मंत्री रूद्र कुमार को दिखाए गए काले झंडे, संसदीय सचिव रश्मि सिंह को भी करना पड़ा विरोध का सामना

बिलासपुर। जिले के तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के तुर्काडीह में सतनामी समाज के कुछ युवाओं द्वारा मंत्री रूद्रकुमार का विरोध किया गया और तख्ती के साथ काले झंडे भी दिखाए गए। इस दौरान संसदीय सचिव रश्मिसिंह भी पीएचई मंत्री के साथ मौजूद थीं। गुरू घासीदास जयंती समारोह में शामिल होने के बाद लौटते समय यह घटना घटी, इस दौरान प्रदेशानकारियों को रोकने के लिए सुरक्षा कर्मियों और पुलिस के जवानों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
आरक्षण के मुद्दे पर किया प्रदर्शन
ग्राम तुर्काडीह में मंत्री और संसदीय सचिव रूद्र कुमार गुरू घासीदास जयंती समारोह में शामिल होने के लिए आये हुए थे। इस दौरान आसपास के गांव के सतनामी समाज के लोगों ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया तथा अनुसूचित जाति के आरक्षण को 16% करने की मांग की। समाज के लोगों ने मंत्री रूद्र कुमार और संसदीय सचिव रश्मि सिंह को काले झंडे दिखाए। साथ ही तख्ती के में लिखे नारों के जरिये अपना विरोध जताते हुए जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस और मंत्री के सुरक्षा कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस के जवानों ने प्रदर्शनकारियों से काले झंडे और तख्ती लेने की नाकाम कोशिश की और बढ़ते विरोध प्रदर्शन से किसी तरह मंत्री के गाड़ी के सामने नारेबाजी कर रहे लोगों को किसी तरह पीछे धकेला गया। तब जाकर मंत्री को सभास्थल से बाहर निकाला जा सका।
बीजेपी समर्थकों को बताया जिम्मेदार
मंत्री रुद्रकुमार ने इस प्रदर्शन के लिए बीजेपी समर्थकों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि आरक्षण जनसंख्या के हिसाब से दिया जाता है लेकिन बीजेपी की केंद्र सरकार जनगणना नहीं करा रही है। जनगणना होगी तब उसी हिसाब से सरकार आरक्षण देगी।
गौरतलब है कि इससे पूर्व भी गुरु घासीदास समारोह पर आयोजित कार्यक्रम में आरक्षण के मुद्दे पर सतनामी समाज के कतिपय लोगों द्वारा मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में प्रदर्शन किये जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अब मंत्री और तखतपुर विधायक को काले झंडे दिखाने पर मंत्री और कांग्रेस समर्थकों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की है।