MADE IN INDIA APPS : Competition to foreign apps! Made-in-India apps make a strong entry…
नई दिल्ली। भारत अब सिर्फ टेक्नोलॉजी का उपभोक्ता नहीं, बल्कि इनोवेशन का निर्माता बन चुका है। “आत्मनिर्भर भारत” के विजन और डेटा प्राइवेसी को लेकर बढ़ती जागरूकता के चलते भारतीय डेवलपर्स अब तेजी से मेड-इन-इंडिया ऐप्स बना रहे हैं, जो विदेशी दिग्गजों को कड़ी चुनौती दे रहे हैं।
भारतीय ऐप्स की बढ़ती लोकप्रियता
आज भारतीय ऐप्स व्हाट्सएप, जीमेल, गूगल मैप्स और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस जैसे ग्लोबल ऐप्स के विकल्प बनकर उभर रहे हैं। ये न सिर्फ लोकल ज़रूरतों के अनुरूप बनाए गए हैं, बल्कि डेटा सुरक्षा और यूज़र एक्सपीरियंस के मामले में भी बेहतर साबित हो रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है –
मेड-इन-इंडिया ऐप्स में डेटा प्रोटेक्शन और प्राइवेसी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
ये ऐप्स भारतीय यूज़र्स की जरूरतों के अनुसार डिज़ाइन किए गए हैं।
विदेशी ऐप्स की तुलना में कम डेटा खर्च और तेज़ परफॉर्मेंस दे रहे हैं।
ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा भारत का दबदबा
टेक विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में भारतीय ऐप्स न सिर्फ घरेलू बाजार, बल्कि ग्लोबल डिजिटल इकोनॉमी में भी अपनी मजबूत पहचान बनाएंगे। इससे देश की डिजिटल स्वायत्तता और आर्थिक विकास दोनों को गति मिलेगी।
