
रायपुर : महंत लक्ष्मी नारायण दास महाविद्यालय में वाणिज्य शोध केंद्र और आई. क्यू. ए. सी. द्वारा रिसर्च एथिक्स एंड वैल्यूज पर व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ देवाशीष मुखर्जी ने एथिकल साइंटिफिक मेथड के चरण और रिसर्च एथिक्स एंड वैल्यूज की आवश्यकता पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रमुख वक्ता डॉ तपेश चंद्र गुप्ता अपर संचालक उच्च शिक्षा क्षेत्रीय कार्यालय एवं प्राचार्य शासकीय जे योगानंदम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय रायपुर ने कहा कि एथिक्स, मोरल और वैल्यूज में अंतर होते हुए भी सभी के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है।
अपने व्यक्तिगत मूल्य को नैतिकता बनाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।शोध से संबंधित किसी भी कार्य को करते समय शोधार्थी को सार्वजनिक नियम, नैतिक मानक, ज्ञान का लोकतंत्रीकरण, नैतिक संचार और भाषा, मानव की स्वतंत्रता पर ध्यान देना होगा। सुझाव देते समय किसी भी समाज, धर्म, जाति या किसी भी पार्टी की निंदा नहीं करनी चाहिए। शोध समस्या, साहित्य समीक्षा, उद्देश्य, परिकल्पना, शोध प्रविधि के सभी पहलुओं पर नैतिकता को विशेष ध्यान में रख कर शोध कार्य करने पर जोर दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ श्वेता महाकालकर सहायक प्राध्यापक वाणिज्य संकाय ने किया है।फीडबैक व धन्यवाद ज्ञापन शोधार्थी लोकेश साहू ने दिया। विभागाध्यक्ष डॉ शांतनु पाल और सभी शोधार्थियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।