chhattisagrhशहर एवं राज्य

Kumhari Bus Accident: हादसे के बाद नींद से जागा प्रशासन, सड़क किनारे की गई बेरीकेडिंग

Kumhari Bus Accident: खपरी रोड कुम्हारी के खदान में बस के गिरने से 12 लोगों की मौत के बाद प्रशासन की नींद खुली है। सालों से लोग खतरा उठाकर इस सड़क से आवाजाही करते रहे लेकिन, कभी भी सड़क के संधारण या उसे सुरक्षित करने को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए। वहीं हादसे के दूसरे दिन सड़क के दिनों तरफ बेरीकेडिंग कर दी गई और इस मार्ग पर भारी वाहनों को प्रतिबंधित भी कर दिया गया है। हादसे के कारणों और जिम्मेदारी तय करने के लिए पांच बिंदुओं पर मजिस्ट्रियल जांच भी शुरू हो गई। कुम्हारी पुलिस ने आरोपित बस चालक गुरमीत सिंह के खिलाफ लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने और गैर इरादतन हत्या की धाराओं के तहत प्राथमिकी कर ली है।

बता दें कि मंगलवार की रात को केडिया डिस्टलरी कुम्हारी के कर्मचारियों को लेकर लौट रही बस क्रमांक सीजी-07 सी 7783 खपरी रोड पर पत्थर खदान की खाई में गिर गई थी। बस में सवार लोगों में से 12 की मौत हो गई। मृतकों की पहचान दुर्गा पटेल (53) निवासी सेक्टर-2, सत्यनिशा (45) निवासी रामनगर कुम्हारी, पुष्पा देवी (50) निवासी भिलाई, परमानंद तिवारी निवासी चरोदा, कौशिल्या बाई निषाद निवासी कुम्हारी, राजू राम ठाकुर, त्रिभुवन पांडेय निवासी रिसाली, भीकू भाई पटेल, कृष्णा, राम बिहारी यादव निवासी शास्त्री नगर, कमलेश देशलहरे निवासी सेक्टर-4 के रूप में की गई है। वहीं 15 घायलों को इलाज जारी है। जिसमें दो लोगों की हालत बहुत ही गंभीर बनी हुई है। उन्हें एम्स के आइसीयू में रखा गया है। हादसे में जिन 12 लोगों की मौत हुई। उनका बुधवार को पोस्टमार्टम किया गया और उनके परिवार वालों को सौंप दिया गया। परिवार वालों ने अपने स्वजनों का अंतिम संस्कार किया।

 

हादसे के बाद कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने भिलाई-3 के एसडीएम महेश सिंह राजपूत को मजिस्ट्रियल जांच के लिए नियुक्त किया है। वे पांच बिंदुओं पर हादसे की जांच करेंगे। सड़क दुर्घटना किन परिस्थितियों में हुई?, क्या घटना के तत्काल बाद मृतकों एवं घायलों को पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था व सुविधा उपलब्ध कराई गई?, सड़क दुर्घटना के इस घटना के लिए कोई जिम्मेदार तो नहीं है?, अन्य बिंदु जो जांच अधिकारी उचित समझें? तथा इस दुर्घटना की पुनरावृत्ति न हो, के संबंध में आवश्यक सुझाव। इन बिंदुओं पर जांच की जाएगी। साथ ही घटना के संबंध में कोई व्यक्ति जानकारी या लिखित सूचना देना चाहे वो 15 दिन के भीतर एसडीएम कार्यालय भिलाई-3 में उपस्थित होकर जानकारी या लिखित सूचना दे सकते हैं।

प्रभावित परिवार को राहत पहुंचाने का आश्वासन

हादसे के बाद कुम्हारी पहुंचे उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार वालों को हर संभव मदद की जाएगी। केडिया डिस्टलरी प्रबंधन ने मृतकों के परिवार वालों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है। जिला प्रशासन के तरफ से चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। जिसमें से 25-25 हजार रुपये तत्काल अंतिम संस्कार के लिए उपलब्ध कराया गया।

केडिया डिस्टलरी प्रबंधन ने सभी कर्मचारियों का समूह बीमा करवाया था, जिसका उनके परिवार वालों को लाभ मिलेगा। वहीं जिस बस से दुर्घटना हुई, वो भी बीमित है, इसलिए उसका लाभ भी मृतकों के स्वजनों को मिलेगा। वहीं सुबह मृतक के स्वजन जब पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे थे, तब उन्होंने शव लेने से इन्कार कर दिया था। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें मिलने वाली राहत और हर संभव मदद के बारे में जानकारी दी, तब उन्होंने शव का पोस्टमार्टम करवाया और अंतिम संस्कार किया।

मदद करने वाले होंगे सम्मानित

खाई में बस के गिरने के बाद पास की बस्ती में रहने वाली सरस्वती खंडे ने सबसे पहले देखा और उसने मदद के लिए चीख पुकार मचाई। इसके बाद बस्ती में रहने वाले पूजन प्रजापति, दुर्गेश कुराहे, आकाश यादव, मुकेश और अन्य लोग वहां पहुंचे। खाई में गिरने के बाद भी बस का इंजन चालू था। जिसे दुर्गेश कुराहे ने बाइक की चाबी से बंद किया।

वहीं आकाश यादव अपने घर से लोहे का फोल्डिंग पलंग लेकर पहुंचा और उसे स्ट्रेचर बनाकर घायलों को खाई से निकालकर स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया। वहीं कई लोगों ने गमछा से घायलों को उठाकर अस्पताल पहुंचाया तो कई लोग अपने कांधों पर लोगों को लेकर बाहर पहुंचे। हादसों के सभी कारणों को जानने के लिए पहुंचे इंटर डिपार्टमेंट लीड एजेंसी के अध्यक्ष संजय शर्मा ने घायलों की मदद करने वाले लोगों से चर्चा की। सभी का नाम अपनी डायरी में दर्ज किया और शासन से सभी को सम्मानित करवाने की बात कही।

advt_001_feb2025
advt1_jan2025
Share This: