KHABAR CHALISA SPECIAL Sneak peek: Umesh is worthy of every post!!!
रिटायर्ड सीएस अजय सिंह के निर्वाचन आयुक्त बनने के बाद नीति आयोग के उपाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार सीएस अमिताभ जैन कोदिया गया है।
बताते हैं कि कई रिटायर्ड अफसरों की नजर उपाध्यक्ष पद लगी है। उमेश अग्रवाल ऐसे अफसर हैं जो सरकार में कोई भी पद खाली हो, वो आवेदन दे देते हैं। हालांकि अब तक उन्हें पद पाने में सफलता नहीं मिली है।
चर्चा है कि रिटायर्ड एसीएस सीके खेतान को नई सरकार से काफी उम्मीदें हैं। साय सरकार इन रिटायर्ड अफसरों को लेकर क्या सोचतीहै। यह तो आने वाले समय में पता चलेगा।
कोरबा में हार पर मंथन
कोरबा में भाजपा की हार की समीक्षा का दौर चल रहा है। यह बात उभरकर सामने आई है कि गोंड आदिवासी समाज के वोटों परकांग्रेस ने सेंधमारी की। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को विधानसभा में मिले वोट भी कांग्रेस की तरफ शिफ्ट हो गए। इससे कांग्रेस सीटजीतने में कामयाब रही।
मानपुर मोहला में कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिली थी लेकिन कांग्रेस राजनांदगांव सीट जीत नहीं पाई। इन सब बिंदुओं पर चर्चा के लिएसंगठन के प्रमुख नेता अजय जामवाल और पवन साय ने प्रमुख गोंड नेता रामविचार नेताम और रेणुका सिंह व अन्य नेताओं के साथमंथन किया। बैठक में गोंड समाज के बीच पैठ बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा कार्यक्रम पर सहमति बनी।
गोंड नेताओं ने यह कह दिया कि यदि गोंड समाज से प्रत्याशी होता, तो नतीजे अलग होते। साथ ही बता दिया कि चिंतामणि महाराजऔर भोजराज नाग से समाज संतुष्ट नहीं था।
अपनों पर भड़के मंत्री के करीबी
नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा फंड लाने के लिए स्थानीय नेता प्रयास कर रहे हैं। ताकि चुनाव में इसका फायदामिल सके। और जब कांकेर के नेता पूर्व संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी की अगुवाई में नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव से मिलनेपहुंचे, तो उन्हें काफी कुछ सुनना पड़ गया।
सोरी लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हुए थे लेकिन उनके साथ फंड के भाजपा के साथ ही साथ कांग्रेस के नेता भी थे। नगरपालिका में वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है।
साव के करीबी एक नेता, दोनों दलों के नेताओं को साथ देखकर भड़क गए और उन्होंने कह दिया कि हमारी पार्टी के लोग कांग्रेस केलोगों के साथ मिलकर ठेकेदारी करते हैं। कमीशनखोरी कर रहे हैं। इसलिए 25 साल से पालिका में जीत हासिल नहीं कर पाई है।इसके बाद थोड़ी देर के लिए वहां सन्नाटा पसरा रहा।
निशाने पर भूपेश
कांग्रेस में लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा चल रही है। चर्चा है कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल और उनके करीबियों की काफी शिकायतहुई है।
बताते हैं कि पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने अंबिकापुर जाते समय रास्ते में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट को काफी कुछ ब्रीफ किया।गिरीश देवांगन और विनोद वर्मा भी विरोधियों के निशाने पर रहे। हाईकमान शिकायतों पर क्या कुछ कदम उठाता है, यह तो आने वालेसमय में पता चलेगा।
इंतजार करना पड़ेगा जीपी सिंह को..
जबरिया रिटायर किए गए आईपीएस अफसर जीपी सिंह को भले कैट से बड़ी राहत मिल गई है और उन्हें बहाल करने के आदेश दिए गएहैं। मगर उनकी वापसी की राह आसान नहीं दिख रही है।
चर्चा है कि केंद्र सरकार ने चिट्ठी लिखकर राज्य सरकार को जीपी सिंह को बहाल करने की अनुशंसा पर पुनर्विचार करने कहा है। इसआशय की खबर एक प्रतिष्ठित वेबसाईट में आई है।
हालांकि राज्य सरकार पूरी तरह जीपी सिंह के साथ हैं। गृहमंत्री विजय शर्मा की सद्भावना जीपी सिंह के प्रति है। इन सबके चलते जीपीसिंह को बहाली के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
मंत्रियों को हटाने की चर्चा
मंत्री पद को लेकर चल रही उधेड़बुन के बीच कुछ मंत्रियों के स्टाफ में अनिश्चित की स्थिति है एक मंत्री के आधे कर्मचारियों ने हटानेके दूसरे विभाग जाने की तैयारी और सेटिंग शुरू कर दी है तो मंत्रियों को हटाने की चर्चा है