Khabar Chalisa Exclusive: अभनपुर भू-अर्जन घोटाला में साढ़े तीन करोड़ एक और मामला उजागर

Khabar Chalisa Exclusive: रायपुर-05 जूनअभनपुर भारतमाला परियोजना भू-अर्जन घोटाले में एक और नया खुलासा सामने आया है। इस मामले में जेल में बंद हरमीत खनुजा पर एक और बड़ा आरोप शिकायत के तौर पर आया है, जिसमें शिकायतकर्ता के तीन करो़ड़ चालीस लाख रुपये हड़पे जाने की बात कही है । इस मामले में पीड़ित पक्ष द्वारा अभनपुर थाने में शिकायत दर्ज की है। जबकि पत्रकार बनकर इकरारनामा की मूल प्रति लेकर गायब होने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी शिकायत हुई है।
Khabar Chalisa Exclusive: अभनपुर भारतमाला भू-अर्जन घोटाला मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें हरमीत खनूजा, उमा तिवारी, केदार तिवारी, और विजय जैन शामिल हैं। इन्हें विशेष अदालत में पेश किया गया और छह दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इसके अलावा, इस मामले में शामिल कुछ नामजद अधिकारी फरार हैं। जांच में 150 संदिग्ध लोगों और 130 बैंक खातों की पहचान हुई है, जिनमें से कई महासमुंद और अभनपुर के हैं। ACB-EOW ने रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, और अन्य स्थानों पर 18-20 ठिकानों पर छापेमारी की है, और जांच अभी भी जारी है।इस मामले में कुछ अधिकारियों, जैसे तत्कालीन SDM निर्भय साहू और तहसीलदार शशिकांत कुर्रे, पर भी कार्रवाई चल रही है, और कुछ पटवारियों को निलंबित किया गया था, हालांकि हाईकोर्ट ने तीन पटवारियों के निलंबन आदेश को निरस्त कर दिया है।अब इस मामले में एक और कड़ी जुड़ गई है। ताजा मामले में अभनपुर के कोलर निवासी दुखुराम साहू ने यह शिकायत दर्ज कराया है कि, हरमीत खनुजा ने भारतमाला प्रोजेक्ट में अधिग्रहित भूमि का इकरारनामा करा कर आईसीआईसीआई बैंक महासमुंद में खाता खुलवा लिया। साथ ही एक कोरा चेक में हस्ताक्षर करा लिया था।
इस मामले में साफ समझ में आता है कि अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है। क्योंकि दुखुराम साहू का महासमुंद बैंक में मुआवजा राशि कैसे भेजा गया यह सवाल खड़े करता है। शिकायत में यह कहा गया है कि हरमीत खनुजा ने दुखुराम साहु के हस्ताक्षरित ब्लैंक चैक से राशि आहरण कर लिया। जबकि आपको मालूम हो कि, करोड़ों रुपये की राशि इस तरह से आहरण या ट्रांसफर नहीं किया जा सकता जब तक कि, ग्राहक को सूचना नहीं दी जाती या फिर मौके पर ग्राहक मौजुद न हो तो।इधर हरमीत खनुजा द्वारा इकरारनामा की मूल प्रति भी गायब किया गया था। इसकी शिकायत पत्र के मजमून में देख सकते हैं। पंकज द्वारा अपने आप को पत्रकार बताकर दुखुराम के पास पहुंचा और न्याय दिलाने का विश्वास दिलाकर इकरारनामा की फोटो काफी कराने ले गया फिर वापस नहीं लौटा। शिकायत में बताया गया है कि, जेल में बंद हरमीत खनुजा अपने खिलाफ सबूत नष्ट करने के लिए यह कदम उठाया है। और पंकज भी हरमीत के ईशारों में दुखुराम को अपनी बातों में फंसाकर इकरारनामा की मूल प्रति लेकर भाग खड़ा हुआ।
पूरे मामले में एसीबी और ईओडब्ल्यू द्वारा भारतमाला प्रोजेक्ट मुआवजा घोटाला मामले में छापेमारी व जांच की कार्रवाई जारी है। इस मामले में पुलिस अधिकारी विवेक शुक्ला से बात करने पर उन्होंने बताया कि अभी 25 संदिग्घ लोगों पर पूछताछ जारी है और घोटाले से जुड़े लोगों को सजा दिलाने की कार्रवाई की जा रही है।