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जस्टिस मनमोहन को नियुक्त किया गया सुप्रीम कोर्ट का जज, राष्ट्रपति ने नियुक्ति पर लगाई मोहर

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मनमोहन को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त करने की मंजूरी दी है। जस्टिस मनमोहन अभी दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर काम कर रहे हैं। वे ब्यूरोक्रेट और कद्दावर नेता जगमोहन के बेटे हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से ली डिग्री

जस्टिस मनमोहन का जन्म 17 दिसंबर, 1962 को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड से प्राप्त की थी। इसके बाद, दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से इतिहास में बीए (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की। डीयू के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की डिग्री हासिल की और 1987 में दिल्ली बार काउंसिल में वकील के तौर पर रजिस्टर्ड हुए।

2003 में दिल्ली हाई कोर्ट ने नियुक्त किया था सीनियर एडवोकेट

वकालत के दौरान, उन्होंने मुख्य रूप से भारत के सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट में सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, टैक्स, ट्रेडमार्क और सर्विस मामलों में प्रैक्टिस की। 18 जनवरी, 2003 को दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें सीनियर एडवोकेट के रूप में नियुक्त किया। चीफ जस्टिस मनमोहन को दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस के तौर पर 13 मार्च 2008 को नियुक्त किया गया था। 29 सितंबर 2024 से वह दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य कर रहे हैं। इससे पहले, उन्हें 9 नवंबर 2023 को दिल्ली उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।

2027 तक करेंगे सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रूप में कार्य

राष्ट्रपति की ओर से नोटिफिकेशन जारी होने के बाद, उन्हें सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। वह 16 दिसंबर 2027 तक सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रूप में कार्य करेंगे।

दिल्ली के एलजी रह चुके हैं पिता

उल्लेखनीय है कि जस्टिस मनमोहन प्रसिद्ध ब्यूरोक्रेट और नेता दिवंगत जगमोहन के पुत्र हैं, जो दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रह चुके हैं।

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