
नवागढ़ /संजय महिलांग/ नगर में सट्टे का अवैध धंधा धड़ल्ले से जारी नगर में सट्टे का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है। इस व्यवसाय से जुड़े लोग मानते हैं कि नगर में दिन लाखो रुपए से ज्यादा रकम की सट्टा चलाने वालों को दहशत जाती है।
हाल ही में नगर में बड़े पैमाने पर चल रहे इस रैकेट के करोबारी अपना सट्टे का धंधा नगर में बे खोफ व जोरों पर चल रहा है और इसमें नगर के बड़े लोग भी शामिल हैं जहां इस धंधे में पुलिस शामिल होने वाले भी खतरे में हैं नगर में ही नहीं बल्कि आसपास के छेत्रो में सट्टे का कारोबार तेजी से बढ़ा है। इस धंधे के लोग एक रुपए पर ठिकाने पर उतनी रुपए मिलने का ख्वाब दिखाकर गरीब तबके की गाढ़ी कमाई लूट रहे हैं धब्बे तौर पर जिले और महानगर में इस धंधे से प्रतिदिन दस-बार लाख की उगाही है, जिसे सट्टाबाज दलालों तक पहुंचते हैं, उसी समय से नंबर खोला जाता है।
सूत्र कथन हैं कि नगर में दो सफेदपोश सट्टा किंग पुलिस का संचालन करता है इसकी पूरी जानकारी होने पर कुछ नहीं मिलते हैं नगर में सट्टे के एक बड़े बड़े दलाल हैं, जिनके एजेंट मोहल्लों में निर्णय ले रहे हैं। इन सीलिंग के जरिए मोहल्लों में पर्चियॉ काटी जाते हैं। रात 11 बजे तक सट्टे का नंबर लगाया जाता है। यदि कोई इस धंधे में बड़ी रकम जमा करना चाहता है, तो उसके लिए रात 2 बजे तक भी दलालों के खुले रहते हैं। सट्टे के नंबर को एक रुपया लगाने पर 9 रुपए तथा दड़ा पर सट्टा लगाने से एक के 80 रुपए मिलते हैं। खेलने वालों को यह पता नहीं चलता कि सौ लोग नंबर लगाने लगेंगे, तब मुश्किल से किसी एक का ही नंबर आता है। बाकी की रेटिंग मारी जाती है।
सूत्र कथन हैं कि सट्टे की संभावना और होश-किताब दलालों और सट्टा किंग के माध्यम से रात में ही मुख्यालय भेजा जाता है। वहां सबसे कम राशि के नंबर को खोला जाता है। क्लब वाले नंबर की सूचना मोबाइल के माध्यमों के दलालों को दी जाती है, जिनके पास मोटरसाइकिल नंबर होता है, उनका भुगतान कर दिया जाता है
यह धंधा क्षेत्र में कई वर्षों से चल रहा है जिस थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशासन इन कारोबारियों से अनिबद्ध हे नगर पुलिस प्रशासन के टूटने के कारण कुछ स्थानों पर यह धंधा बेरोकटोक चल रहा है