HAPPY BIRTHDAY BRIJMOHAN AGRAWAL : बृजमोहन होना आसान नहीं,तपना पड़ता है संघर्षों की भट्टी में!

HAPPY BIRTHDAY BRIJMOHAN AGRAWAL: 1 मई जन्मदिन विशेष राजनीति करना, बड़ी-बड़ी जिम्मेदारी निभाना, चुनाव लड़ना, विधायक, सांसद, मंत्री बन जाना तो बहुतों के भाग्य में है परंतु इन सब जिम्मेदारियां के इतर बृजमोहन अग्रवाल बनकर लोगों के दिलों में बस जाना यह हर किसी के बस की बात नहीं। पिछले 40 सालों से छत्तीसगढ़ की राजनीति में अहम किरदार निभाने वाले बृजमोहन अग्रवाल आज भारत की राजनीति में किसी पहचान के मोहताज नहीं है। क्योंकि जहां-जहां वह कदम रखते हैं अपनी एक विशिष्ट पहचान छोड़ जाते हैं।
भारत में जब भी राजनीति में अपराजेय योद्धा और कीर्तिमान रचने वाले राजनेता का नाम आता है तो पहला नाम बृजमोहन अग्रवाल का होता है। और यह योद्धा बनना कोई आसान काम नहीं है।खुद को संघर्षों में तपाने के बाद यह तमगा जनता से उन्होंने प्राप्त किया है। 1 मई मजदूर दिवस के दिन जन्म लेने वाले बृजमोहन जी जनता के कामों के लिए, उनके सुख चैन के लिए दिन रात मजदूरों की तरह खटते रहते है।
1990 से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगातार आठ बार विधायक बनकर बृजमोहन अग्रवाल ने इतिहास रचा है। छात्र जीवन में पहला चुनाव लड़कर कांग्रेसी दिग्गजों विद्याचरण शुक्ल और श्यामाचरण शुक्ल के गढ़ में उनके चहेते प्रत्याशी को पछाड़ते हुए सेंध लगाई थी। उसके बाद से कांग्रेस का किला भाजपा के भगवा ध्वज के नीचे आ गया।
आठ बार विधायक बनने के बाद बृजमोहन अग्रवाल आज रायपुर संसद के रूप में जनता को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ वासियों के लिए यह गौरव की बात है कि रायपुर का उनका सांसद राष्ट्रीय एवं प्रदेश हित के मुद्दों पर निरंतर अपनी बात रखता है। मुखरता और प्रखरता के साथ जनता की आवाज बुलंद करता है।
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रवादी राजनीति में ऐसे चंद ही राजनेता हैं जिनकी छवि दलगत राजनीति से ऊपर है। ऐसे चंद लोगों में बृजमोहन अग्रवाल भी शामिल है।
छत्तीसगढ़ के विकास में अहम योगदान;
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण और उसके बाद हुए विकास में बृजमोहन अग्रवाल का सबसे महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने कृषि, जल संसाधन,राजस्व, वन,शिक्षा, लोक निर्माण जैसे महत्वपूर्ण विभाग संभाला था। आज छत्तीसगढ़ में विकास की अभूतपूर्व कार्य बड़े निर्माण दिखाई पड़ते हैं वह बृजमोहन अग्रवाल की विकास पर एक सोच का परिणाम है। त्रिकोण संगम राजिम के पुन्नी मेला को कुंभ का दर्जा दिलाकर उसे प्रतिष्ठित करना, विश्व का सबसे ऊंचा जैतखाम्ब बनाना, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाना, राजधानी रायपुर में 100 साल बाद नए कैनल रोड का निर्माण करना सहित हजारों ऐसे काम है जो छत्तीसगढ़ के विकास प्रदर्शित करते है।
इसीलिए तो कहते हैं कि बृजमोहन अग्रवाल होना आसान नहीं है। हर परिस्थिति में ढल जाना और हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाना यही उनकी खूबी है।
यही वजह है कि जनता की ताकत हमेशा उनके साथ रहती है। बृजमोहन अग्रवाल कहते है जनता ही मेरी ताकत है, जनता ही मेरी ऊर्जा है। जनता से मिला प्रेम और आत्मबल मुझे हर दिन श्रेष्ठ करने के लिए प्रेरित करती है। जनता की यही प्रेरणा ही मेरी सफलता का कारक है।