GULAM NABI AAJAD : कैसा होगा गुलाम नबी आजाद की पार्टी का झंडा, क्या होगा नाम ?, जानिए यहां

GULAM NABI AAJAD: How will the flag of Ghulam Nabi Azad’s party, what will be the name?, know here
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद एक नई राजनीतिक पार्टी लॉन्च करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी के नाम के लिए देशभर के लोगों के अलग-अलग सुझाव मिल रहे हैं। गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को श्रीनगर में एक पब्लिक मीटिंग की, जिसमें कश्मीर के विभिन्न इलाकों से सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंचे थे। उनसे मिलने पहुंचे कार्यकर्ताओं में नौजवानों की अच्छी-खासी तादाद थी। बता दें कि गुलाम नबी आजाद के नई पार्टी बनाने के ऐलान के बाद उनके समर्थन काफी जोश में नजर आ रहे हैं।
‘हमारा झंडा दूसरी पार्टियों से अलग होगा’ –
आजाद से मिलने आए कार्यकर्ताओं ने उन्हें नई पार्टी बनाने के लिए मुबारकबाद दी। दिन भर चली इस मुलाकात में पार्टी के कार्यकर्ता आजाद से नई पार्टी के नाम और इसके झंडे के बारे में पूछते रहे। आजाद ने अपने कार्यकर्ताओं को जवाब देते हुए कहा कि हमारी पार्टी का झंडा सबसे अलग होगा। उन्होंने कहा, ‘ये झंडा दूसरी राजनीतिक पार्टियों से बिलकुल अलग होगा। ये झंडा ऐसा होगा जिसमें देश और राज्य का निशां एक जैसा दिखेगा, और ये झंडा सबको कबूल होगा।’
पिछले 3 दिन से श्रीनगर में हैं आजाद –
वहीं, अपनी पार्टी के नाम पर आजाद ने कहा कि देशभर से हजारों लोगों ने पार्टी के नाम के लिए अपने सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि हमारी पार्टी का नाम ऐसा हो जो जम्मू-कश्मीर के दोनों हिस्सों में रहने वाले सभी धर्मों को लोगों को कबूल हो। बहुत जल्दी हमारी पार्टी का नाम और झंडा सामने होगा।’ बता दें कि गुलाम नबी आजाद पिछले 3 दिनों से श्रीनगर में हैं। अपने दौरे के दौरान आजाद ने बारामूला में पहली जनसभा की और 15 सितंबर को अनंतनाग में उनकी दूसरी सभा है।
अनुच्छेद 370 पर कोई सियासत नहीं! –
गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को एक बार फिर अपने सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को यकीन दिलाया कि वह जम्मू-कश्मीर की खुशहाली और विकास के लिए काम करेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि जम्मू-कश्मीर को वापस राज्य का दर्जा दिलाने के लिए भी काम किया जाएगा। आजाद ने यह भी साफ कर दिया कि वह अनुच्छेद 370 को बहाल करने के नाम पर राजनीति नहीं करेंगे बल्कि उन्होंने दूसरे सियासी दलों से भी जम्मू-कश्मीर के विकास के बारे में सोचने के लिए कहा।