Trending Nowशहर एवं राज्य

वीआईपी रोड पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- एक परिवार से आगे बढ़ नहीं सकती कांग्रेस

रायपुर। /ख़बर चालीसा /राजधानी रायपुर के वीआईपी रोड के नाम बदलने को लेकर अब सियासत शुरू हो गया है. बता दें कि MIC की बैठक में VIP रोड का नाम बदलकर स्वर्गीय राजीव गांधी कर दिया गया है. इसको लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नाम में क्या रखा है. जनता जानती है कि निर्माण किसके द्वारा किया गया है. ये ओछी मानसिकता और ओछी राजनीति है. अजय चंद्राकर ने गांधी परिवार को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा है. इसके साथ ही उन्होंने अन्य मुद्दे पर भी निशाना साधा है.

VIP रोड के नाम बदले जाने को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि नाम में रखा क्या है, जनता जानती है कि निर्माण किसके द्वारा किया गया है. ये ओछी मानसिकता और ओछी राजनीति है. आपके पास बताने के लिए कुछ नहीं है तो आप बने बुनाए संस्थानों का नाम बदल दे रहे है. कांग्रेस एक परिवार से आगे बढ़ नहीं सकती. एक परिवार से बाहर निकलेगी तो मानसिक रूप से विकलांग हो जाएंगे. कांग्रेस का मेनिफेस्ट्रो गांधी से शुरू होके गांधी में खत्म होगा.

विधानसभा मानसून सत्र को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि 4 दिन का मानसून सत्र रखा गया है. इसका मतलब है सरकार के पास कोई दृष्टिकोण नहीं है. यह दृष्टिकोण विहीन सरकार है. यह जनता का सामना करने के लिए तैयार नहीं है. सरकार कोई भी बजट सत्र पूरे दिन नहीं चला पाई. सरकार में नैतिक ताकत नहीं है विधानसभा का सामना करने की.

कांग्रेस की प्रशिक्षण शिविर को लेकर अजय चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि जो स्टार्टअप शुरू किए हैं, उसके बारे में वृहद जानकारी देनी चाहिए.

दो नंबर में शराब कैसे बेची जाती है, रेती चोरी कैसे होती है, नशे का व्यापार कैसा होता है, धान की तस्करी कैसे होती है, बांध के पानी को बहाकर कैसे बेचा जाता है. यह जो नए स्टार्टअप प्रदेश में शुरू हुआ है, उसके बारे में कांग्रेस में प्रशिक्षण अवश्य देना चाहिए. भाग्य का सिक्का बार-बार नहीं टूटता. हम मानते हैं, 15 साल में हमसे नाराजगी रही होगी. वह चुनाव जीते नहीं है, हम हारे हैं.

पूरे प्रदेश में जर्जर दीवारों को तोड़कर सरकार नए कमर्शियल कंपलेक्स बनाएगी. इसपर अजय चंद्राकर ने कहा कि इससे पहले भी जमीन बेचने के लिए विज्ञापन हुए थे, नई बात थोड़ी ना है. एक लाख करोड़ का कर्जा लिया गया है. वह नाम कुछ और है, काम कुछ और रहेगा. हम तो पूछने वाले हैं, आपने कर्जा क्यों लिया है. धान में किसानों को बांधने के लिए लिया है. अभी चुनाव सर पर खड़ा है, नई-नई बात करने से कुछ काम नहीं होगा.

अजय चंद्राकर के बयान पर हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष और विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि अभी बेचने की बात तो बहुत बाद की बात है. अभी जमीन आवंटन ही नहीं हुए हैं, उसके पहले यह सब बात कर रहे हैं, सरकार से अभी जमीन मिल जाए और सरकार जो रेट फिक्स करती है. उसके बाद हाउसिंग बोर्ड उस पर काम करता है और हाउसिंग बोर्ड कोई पैसा कमाने के लिए नहीं है. बोर्ड मध्यमवर्गीय लोगों को एक फिक्स रेट पर देता है. सरकार का खजाना खली नहीं है, कौन सा काम कराना है बताएं

advt----
advt--0005-april
advt--0007-april
advt-april2025-001
Share This: