Forest Guard Recruitment: वनरक्षक की भर्ती में फिजिकल टेस्ट को लेकर अभ्यर्थियों ने विभाग के अधिकारी – कर्मचारियों पर लगाया गंभीर आरोप
Forest Guard Recruitment: बीजापुर। छत्तीसगढ़ में सामान्य और इंद्रावती टाईगर रिजर्व में कुल 70 वनरक्षकों की भर्ती होनी है। वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के लिए फिजिकल टेस्ट में करीब साढे नौ हजार से अधिक अभ्यार्थी भाग ले रहे हैं। शनिवार से वन विभाग ने वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के लिए अभ्यर्थियो का फिजिकल टेस्ट ज्ञानगुडी बीजापुर के मैदान मे चल रहा है। लेकिन अब वनरक्षक की भर्ती में फिजिकल टेस्ट को लेकर अभ्यर्थियों ने विभाग के अधिकारी – कर्मचारियों पर गम्भीर आरोप लगाया है।
भर्ती में आए अभ्यर्थी
अभ्यर्थियों का कहना है कि, शासन के नियमों की अहवेलना करते हुए वन विभाग के अफसर फिजिकल परीक्षा सूर्यास्त के बाद देर रात तक करवा रहे हैं। नियमानुसार यह परीक्षा सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच पर्याप्त रोशनी में कराया जाना था। नियम के अनुसार रात्रि कृत्रिम अवस्था में यह टेस्ट कराने की मनाही है। बावजूद इसके बीते शनिवार को वनविभाग और इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अधिकारियों- कर्मचारियों ने अभ्यर्थियों का फिजिकल टेस्ट रात्रि में करवा दिया, जो की गलत है। शासन द्वारा निर्धारित भर्ती नियमों एव शर्तों का घोर उल्लंघन है।
इस बारे में इंद्रावती टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक संदीप बलगा ने बताया कि, भर्ती प्रकिया में कोई भी गड़बड़ी नहीं हो रही है। हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और नियम के साथ भर्ती की प्रकिया की जा रही है। पहले दिन शनिवार को ज्यादा अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया, जिस वजह से पीसीसीएफ कार्यालय से आदेश लेकर शाम रात तक भर्ती प्रकिया की गई। लेकिन इस संबंध में उपनिदेशक ने कोई भी पत्र साजा नहीं किया है
वन रक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी ने कहा कि, अधिकारी शासन के नियमों के विरुद्ध भर्ती की प्रक्रिया कर रहे हैं। शासन के निर्देशों का उल्लंघन करते हुऐ रात में भर्ती प्रक्रिया कर रहे है। विधायक विक्रम मंडावी ने सरकार से मांग करते कहा कि रात्रि में हुए भर्ती प्रक्रिया को निरस्त किया जाये। उन्होने ने आगे कहा कि, भाजपा सरकार से मांग की सरकार अपने वादे के अनुरूप स्थानीय बेरोजगार युवकों को भर्ती प्रक्रिया में प्राथमिकता दें।