ED RAID : ‘धनकुबेर’ से तीसरे दिन भी ED की पूछताछ, 10 करोड़ कैश और 52 किलो सोने का राज उगलवाने की कोशिश
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ED RAID: ED interrogates ‘Dhankuber’ for third day, attempts to get him to reveal secret of Rs 10 crore cash and 52 kg gold
भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित ‘धनकुबेर’ पूर्व आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा से पूछताछ के लिए आज तीसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम जेल पहुंची। जांच एजेंसी के अधिकारी इस बार सौरभ से बंद कमरे में अकेले पूछताछ करेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान उससे 10 करोड़ कैश और 52 किलो सोने से जुड़े राज उगलवाने की कोशिश की जाएगी।
तीनों आरोपियों से एक साथ होगी पूछताछ?
ED पहले ही सौरभ शर्मा के करीबी सहयोगी चेतन गौर और शरद जायसवाल से लंबी पूछताछ कर चुकी है। कल चेतन गौर से छह घंटे तक सवाल-जवाब किए गए थे, जबकि पहले दिन शरद से पूछताछ हुई थी। अब सौरभ से पूछताछ के बाद, संभावना जताई जा रही है कि जांच एजेंसी तीनों आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है।
कोर्ट से मिली थी पूछताछ की अनुमति
मंगलवार को लोकायुक्त ने सात दिन की रिमांड पूरी होने के बाद सौरभ शर्मा, चेतन गौर और शरद जायसवाल को कोर्ट में पेश किया था, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया था। इसके बाद ED ने कोर्ट से सौरभ शर्मा से पूछताछ की अनुमति मांगी थी, जिसे लंच के बाद मंजूरी दे दी गई थी।
फिल्मी स्टाइल में हुई थी गिरफ्तारी
28 जनवरी को सौरभ शर्मा कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा था, लेकिन जांच एजेंसी द्वारा डायरी मंगाने के बाद उसे अगले दिन आने को कहा गया। इसके बाद जब वह 29 जनवरी को अदालत जा रहा था, तब लोकायुक्त की टीम ने उसे फिल्मी अंदाज में कोर्ट के बाहर ही धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद उससे पांच घंटे तक पूछताछ की गई, और फिर उसकी निशानदेही पर उसके साथी चेतन गौर को भी हिरासत में लिया गया।
लोकायुक्त को क्या मिले इनपुट?
जांच के दौरान लोकायुक्त को पता चला कि सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल ने अपनी कंपनी के कर्मचारियों के नाम पर भी संपत्तियां खरीदी हैं। अविरल इंटरप्राइजेज, अविरल कंस्ट्रक्शन और अन्य कंपनियों के जरिए यह लेन-देन हुआ। इसके बाद लोकायुक्त ने पंजीयकों को पत्र लिखकर इन संपत्तियों की पूरी जानकारी मांगी।
हवाला का भी जुड़ सकता है तार
सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में हवाला कनेक्शन भी सामने आ सकता है। छापेमारी के दौरान दुबई और अन्य देशों में हवाला गतिविधियों से जुड़ी कुछ संदिग्ध जानकारियां मिली हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश मिलने के बाद तेज हुई जांच
18 दिसंबर को लोकायुक्त ने भोपाल में सौरभ शर्मा के घर छापेमारी की थी। फिर 19 दिसंबर को मेंडोरी गांव में एक लावारिस क्रिस्टा गाड़ी से 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये कैश बरामद हुआ। इसके बाद से ही ED, IT और लोकायुक्त तीनों एजेंसियां एक्शन में आ गईं।
FD और प्रॉपर्टी में करोड़ों का निवेश
जांच के दौरान सौरभ शर्मा के सहयोगी चेतन गौर के नाम पर 6 करोड़ रुपये से अधिक की FD मिली, जबकि परिवार और कंपनियों के नाम पर 4 करोड़ रुपये से अधिक की बैंक जमा राशि का पता चला। इसके अलावा, 23 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
अब क्या होगा आगे?
ED की पूछताछ के बाद इस मामले में कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं। एजेंसियां हवाला एंगल के अलावा अन्य स्रोतों से आए काले धन और फर्जी कंपनियों की जांच में जुटी हैं। सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों की करोड़ों की संपत्ति का पूरा हिसाब लगाया जा रहा है, जिससे यह पता चल सके कि आखिर इतनी बड़ी रकम कहां से आई और किन-किन लोगों से इसके तार जुड़े हैं।