Cyclone Dana : चक्रवात ”दाना” के दस्तक देने से पहले बंगाल में शुरू हुई आंधी-तूफान, 3 नावों के डूबने से 16 मछुआरे लापता
Cyclone Dana: चक्रवात ”दाना” के दस्तक देने से पहले विभिन्न स्थानों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों और मिट्टी के घरों में रहने वाले लोगों को पहले निकाला जा रहा है। सी बीच में भी धारा 144 लगा दी गई है। समुद्र को जोड़ने वाले तटबंधों पर भारी वाहनों के चलने पर रोक लगा दी गई है। ”दाना” के प्रभाव से जगतसिंहपुर जिले में 88,000 लोगों के प्रभावित होने की आशंका है। वहीं चक्रवात दाना के आने से पहले ही बंगाल के शमशेरगंज व फरक्का इलाकों में आंधी-तूफान की चपेट में आकर तीन नावों के डूब जाने से 16 मछुआरे लापता हो गए हैं। आपदा प्रबंधन दल उन्हें तलाश रहा है। मछुआरों के दल के साथ 10 से 12 साल के कई बच्चे भी नावों में सवार थे। प्रशासन की चेतावनी के बावजूद वे मछलियां पकड़ने निकले थे।
बता दें कि चक्रवात ‘दाना’ किसी भी समय ओडिशा के तट से टकरा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, यह भितरकनिका और धामरा के बीच लैंडफॉल करेगा। लैंडफॉल के समय हवा की गति 100-120 किमी प्रति घंटे होगी। इसका प्रकोप जगतसिंहपुर जिले में भी देखने को मिलेगा। केंद्रपड़ा राजगनार सहित पारादीप और चंद्रभागा, पुरी सी-बीच में समुद्र उफान पर हो गया है। ऐसे में विभिन्न समुद्री तटों पर एहतियात के तौर पर धारा 144 लगा दी गई है।इसके अलावा, पारादीप से इरसामा सियाली तक समुद्र तट पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।