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CG COAL LEVY SCAM : जेल में बवाल मचाने वाले सूर्यकांत को अंबिकापुर शिफ्ट करने की तैयारी …

CG COAL LEVY SCAM : Preparations underway to shift Suryakant, who created a ruckus in jail, to Ambikapur…

रायपुर, 30 जुलाई 2025। कोयला लेवी घोटाले में जेल में बंद मुख्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी को रायपुर से अंबिकापुर जेल में स्थानांतरित करने की तैयारी शुरू हो गई है। जेल प्रशासन ने विशेष ईडी कोर्ट में अर्जी दाखिल की है, जिस पर आज सुनवाई होनी है। प्रशासन का आरोप है कि सूर्यकांत जेल में उत्पात मचाते हैं और जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।

ईडी की विशेष कोर्ट को मिली शिकायत में बताया गया कि रायपुर जेल में बंद कोयला, आबकारी और कस्टम मिलिंग घोटालों के आरोपी VIP ट्रीटमेंट ले रहे हैं और सिंडिकेट चलाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों को अलग-अलग जेलों में शिफ्ट करने का आदेश दिया।

49.73 करोड़ की संपत्ति जब्त

ईडी ने सूर्यकांत तिवारी और अन्य से जुड़ी 49.73 करोड़ की चल-अचल संपत्तियां जब्त की हैं। इनमें ज़मीन, वाहन, आभूषण, नकदी और बैंक बैलेंस शामिल हैं। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई है।

क्या है कोयला लेवी घोटाला?

ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि जुलाई 2020 से जून 2022 तक कोयले के प्रति टन पर ₹25 की अवैध वसूली की गई।

इस वसूली का आदेश तत्कालीन खनिज संचालक आईएएस समीर बिश्नोई द्वारा ऑफलाइन परमिट के जरिए चालू हुआ।

केवल उन्हीं व्यापारियों को परमिट दिया जाता था, जो सूर्यकांत के लोगों को यह लेवी देते थे।

कुल ₹570 करोड़ की अवैध उगाही हुई।

रिश्वत, चुनावी खर्च और संपत्तियों में निवेश

जांच में सामने आया कि अवैध कमाई का इस्तेमाल चुनावी खर्च, रिश्वत और संपत्ति खरीदने में किया गया। इनमें शामिल हैं:

बेशकीमती ज़मीन

लक्ज़री गाड़ियां

बैंक खातों में मोटी रकम

सोना-चांदी और नकद धनराशि

आज का फैसला महत्वपूर्ण

विशेष अदालत का आज का आदेश अहम होगा। सूर्यकांत के स्थानांतरण के बाद ईडी की जांच में और बड़े खुलासे हो सकते हैं। यह घोटाला सिर्फ वित्तीय अनियमितताओं का मामला नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक और प्रशासनिक मिलीभगत का घिनौना उदाहरण बन चुका है।

 

 

 

 

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