राज्यपाल अनुसुईया उइके से राजभवन में पूर्व सांसद विक्रम उसेण्डी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की और अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग की।
प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि अन्तागढ़ ब्लाक क्षेत्र वर्षों से मूलभूत सुविधाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, रोजगार एवं आवागमन की दृष्टि से अति पिछड़ा हुआ है। अंतागढ़ ब्लॉक क्षेत्र वर्तमान में जिला कांकेर में है। अंतागढ़ ब्लॉक क्षेत्र आदिकाल रियासत कालीन परगना व्यवस्था से संचालित होते आ रहा है। परगना क्षेत्र में सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक संचालन के लिए परगना में मांझी पेनो रिदार पुजारी चालकी गायता-गायत्री है, जिनके माध्यम से परगना क्षेत्र संचालित होता है।
कोलर परगना क्षेत्र में अनादिकाल से देवी देवता गढ़ मंडा ऐतिहासिक धरोहर स्थल है। इन देवगढ़ स्थलों में बूमबिदा, बालबिदा, दशहरा बिदा, शेषा चैतराई बीज पूजा के अवसर पर एकत्रित होकर समस्ती जीव जगत की समृद्धि की कामना करते हैं। इन स्थलों में आदिवासी गोड़ समाज के अन्य प्रांत के लोग माथा टेकने आते हैं। कोलर परगना क्षेत्र के कुछ गांवों को नारायणपुर जिला में शामिल होने से आदिकालीन सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक संचालित व्यवस्था छिन्न भिन्न होगा
प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल से आग्रह किया कि कोलर परगना के कुछ गांवों को यथावत रखते हुए अंतागढ़ को जिला बनाया जाए, ताकि कोलर क्षेत्र कुछ गांव के लोगों को जिला मुख्यालय की दूरी के साथ विभिन्न मूलभूत सुविधाओं संबंधी समस्याओं का त्वरित समाधान होगा।