Chamoli Avalanche: दूसरे दिन रेस्क्यू टीम ने ढूंढा बर्फ में दबा कंटेनर, अंदर से निकले 17 लोग; अब भी पांच लापता

Chamoli Avalanche: हिमस्खलन के दूसरे दिन शनिवार को माणा में दिनभर आईटीबीपी, एनडीआरएफ व सेना द्वारा रेस्क्यू अभियान जारी रखा गया। शनिवार को कुल 17 लोगों को रेस्क्यू किया गया। जिसमें चार की मौत हो गई है। तीन शव माणा में ही रखे गए हैं, जबकि एक शव जोशीमठ चिकित्सालय के मोर्चरी में रखा गया है। पांच मजदूर अभी भी लापता हैं।
शनिवार को राहत-बचाव टीम ने आठ कंटेनरों को रेस्क्यू टीम द्वारा बरामद किया। घटना स्थल से ये कंटेनर 50 मीटर दूर बर्फ के साथ लुढ़क कर चले गए थे। एक कंटेनर तो अलकनंदा नदी किनारे पहुंचा था। रेस्क्यू टीम द्वारा दिनभर बर्फ में दबे कंटेनरों को ढूंढकर फंसे लोगों को निकाला। बताया गया कि 17 मजदूरों को कंटेनरों से निकाला गया।
अब रविवार की सुबह शुरू होगा रेस्क्यू
रेस्क्यू अब रविवार की सुबह शुरू किया जाएगा। निर्माण कंपनी द्वारा बताया गया कि मौके पर उनके आठ कंटेनरों के अलावा एक कार्याल, एक रसोई व एक बाथरूम कुल 11 कंटेनर लगाए गए थे। जबकि एक डोर मेटरी भी टिनशैड की थी जो सुरक्षित है। कहा कि डोर मेटरी कैंप में 23 व कंटेनरों में 32 लोग रह रहे थे।
बर्फ के साथ 50 मीटर नीचे की तरफ लुढ़क गए थे कंंटेनर
हिमस्खलन के दौरान ये कंटेनर 50 मीटर नीचे तक बर्फ के साथ लुढ़के हैं। अभी तक आठ कंटेनर मिल गए हैं, जिनमें मौजूद आज 17 मजदूरों को रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू में सेना के पांच चीता हेलीकॉप्टर तथा दो निजी हेलीकॉप्टर लगे थे। बताया गया कि एमआई – 17 हेलीकॉप्टर को रेस्क्यू में आना था लेकिन वह नहीं आया।
एम्स ऋषिकेश में भर्ती एक घायल
जोशीमठ हेली से दिनभर में 24 घायलों को लाया गया, जिनमें से 22 घायल आर्मी चिकित्सालय व एक को हेली सेवा से एम्स भेजा गया है। हेलीकॉप्टर से जोशीमठ से एनडीआरएफ, सेना की टीम घटनास्थल पर गई है।
जोशीमठ कोतवाली प्रभारी एसएसआई देवेंद्र पंत ने बताया कि हिमस्खलन में मृतक मोहिंदर पाल उम्र 40 वर्ष निवासी हिमांचल प्रदेश शामिल हैं। जिसका शव पुलिस ने ज्योतिर्मठ मोर्चरी में रखा है। तीन शव माणा में ही होने की बात सामने आई है, जो रविवार तक पुलिस को सौंपे जा सकते हैं।