CG VIDHASABHA UPDATE : वेटलैंड सर्वे पर बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने वन मंत्री केदार कश्यप को घेरा, बिना बजट सर्वे करने पर उठाए सवाल

CG VIDHASABHA UPDATE: BJP MLA Ajay Chandrakar cornered Forest Minister Kedar Kashyap on wetland survey, raised questions on conducting budget survey without
रायपुर। प्रदेश में वेटलैंड सर्वे को लेकर विधानसभा में जोरदार बहस हुई। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने वन मंत्री केदार कश्यप को सवालों में उलझा दिया। चंद्राकर ने पूछा कि जिस साल सर्वे किया गया, उस साल इसके लिए कोई बजट ही नहीं था, तो सर्वे कैसे हुआ? इस पर मंत्री ने जवाब दिया कि विभागीय बजट से यह काम किया गया।
विधायक चंद्राकर ने उठाए तीखे सवाल –
विधायक अजय चंद्राकर ने सवाल किया कि छत्तीसगढ़ में कितने स्थलों और कितने एकड़ भूमि को वेटलैंड प्राधिकरण में शामिल किया गया है? इसके संरक्षण और संवर्धन के लिए क्या दिशा-निर्देश हैं? उन्होंने यह भी पूछा कि 2019-2024 तक इस प्राधिकरण के लिए कितना बजट प्रावधान किया गया था और कितना केंद्रीय अनुदान मिला?
मंत्री ने दिया जवाब –
वन मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि 1 जुलाई 2020 को वेटलैंड प्राधिकरण का गठन किया गया और इसका उद्देश्य वेटलैंड्स का संरक्षण और संवर्धन है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 11,457 वेटलैंड चिन्हित किए गए हैं, जो 8.46 लाख एकड़ में फैले हैं। लेकिन जब बजट को लेकर सवाल उठा, तो मंत्री ने स्वीकार किया कि 2019-23 तक कोई बजट प्रावधान नहीं था, 2023-24 में 10 करोड़ का प्रावधान किया गया, जिसमें से 4 करोड़ की राशि मिली और 3.22 करोड़ खर्च किए गए।
बिना बजट सर्वे का सवाल बना चर्चा का विषय –
अजय चंद्राकर के सवालों पर मंत्री के जवाबों से यह स्पष्ट हुआ कि बजट के बिना ही सर्वे किया गया, जिससे यह मामला संदेह के घेरे में आ गया। अब इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार से जवाब मांग रहा है कि आखिर बिना बजट के यह सर्वे कैसे और किस स्रोत से किया गया?