CG PADDY PURCHASE : “छत्तीसगढ़ में धान खरीदी” .. किसानों की उम्मीदों पर साय सरकार की उत्तरोत्तर प्रगति
रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। राज्य सरकार इस बार धान की खरीदी 15 नवंबर 2024 से शुरू कर सकती है। घोषणा पत्र के अनुसार, सरकार 3100 रुपये के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करती है। किसानों से इस बार भी धान खरीदी 3100 रुपये में की जाएगी व प्रति किसान अधिकतम 21 क्विंटल धान की खरीद की जाएगी। इस साल सरकार ने 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है, तो वही पिछली बार सरकार ने 130 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा था। माना जा रहा है पिछले साल की तुलना में इस साल धान खरीदी की लक्ष्य में 20 से 30 फीसदी की वृद्धि की जा सकती है। धान खरीदी केंद्रों पर इस बार इलेक्ट्रॉनिक वेटिंग मशीनों का उपयोग किया जाएगा, ताकि सही वजन सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा धान खरीदी के लिए 30,000 गठान बरदाने की व्यवस्था की जाएगी।
आइए छत्तीसगढ़ सरकार की धान खरीदी के बारें में अधिक जानें :
1. धान खरीदी की प्रक्रिया धान खरीदी केंद्रों की संख्या, ऑनलाइन पंजीकरण और भुगतान प्रणाली की जानकारी –
छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। धान खरीदी की प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए खाद्य विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण की सुविधा दी गई है।
किसानों को अब अपनी धान बेचने के लिए टोकन मिलेगा, जिससे उन्हें अपनी उपज का सही मूल्य मिलेगा। और तो और, छत्तीसगढ़ सरकार ने धान खरीदी की दरें भी बढ़ा दी हैं।
सामान्य किस्म के लिए 2,300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए किस्म के लिए 2,320 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जाएगी। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की दर 3,100 रुपये प्रति क्विंटल होगी।
छत्तीसगढ़ की साय सरकार की इस पहल से किसानों की आय में वृद्धि होगी और उनकी स्थिति में सुधार होगा। हम छत्तीसगढ़ सरकार की इस पहल की सराहना करते हैं और किसानों के लिए ऐसी पहल करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
2. धान के लिए “समर्थन मूल्य” क्या है, और किसानों को कितना पैसा मिलेगा –
छत्तीसगढ़ सरकार ने वादा निभाया और किसानों से इस बार भी धान खरीदी 3100 रुपये में की जाएगी। यह किसानों के लिए बड़ा तोहफा है। धान की खरीद 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी, जो केंद्र सरकार के तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से ज़्यादा है।
किसानों को मिलने वाले लाभ
– बोनस के रूप में अतिरिक्त 917 रुपये : छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को एमएसपी पर धान खरीदने के बाद 917 रुपये की बकाया राशि कृषक उन्नति योजना के तहत बोनस के रूप में देगी।
– अधिकतम 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान खरीदी : छत्तीसगढ़ सरकार ने चुनाव में वादा किया था कि सरकार बनने पर हर किसान से अधिकतम 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान खरीदी जाएगी।
– 26% ज़्यादा धान खरीदा गया : 2023-24 के खरीफ़ सीज़न में, राज्य सरकार ने 24,72,310 किसानों से 144.92 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा, जो पिछले खरीफ़ सीज़न की तुलना में करीब 26% ज़्यादा है।
यह न केवल किसानों की आय बढ़ाएगा, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा। छत्तीसगढ़ सरकार का यह फैसला किसानों के लिए एक बड़ा वरदान है।
3. छत्तीसगड़ में इस वर्ष धान खरीदी का लक्ष्य क्या है, और पिछले वर्ष की तुलना में कितनी वृद्धि हुई है ? –
छत्तीसगढ़ सरकार ने साल 2024-25 के खरीफ़ विपणन सत्र में 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल की तुलना में 16 लाख टन ज़्यादा है। पिछले साल, राज्य सरकार ने 144.92 लाख टन धान खरीदा था। यह बढ़ा हुआ लक्ष्य किसानों के लिए एक बड़ा वरदान है, क्योंकि इससे उनकी आय में वृद्धि होगी और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
धान खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)
– सामान्य धान किस्म के लिए 2300 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया है।
– ग्रेड ए धान के लिए 2320 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया है।
किसानों के लिए अन्य लाभ
– केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को प्रति एकड़ 5000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
– किसानों को धान का दाम 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की तारीखें जल्द ही घोषित होंगी। धान खरीदी 15 नवंबर से शुरू होने की उम्मीद है। छत्तीसगढ़ सरकार ने धान खरीदी के लिए व्यापक तैयारी की है। इसके लिए 2,058 सहकारी समितियों और 2,739 धान उपार्जन केंद्रों का उपयोग किया जाएगा। सभी खरीद केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीनें होंगी, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिलेगा। जूट के बोरे जेम पोर्टल के जरिए खरीदे जाएंगे, जिससे पारदर्शिता और दक्षता में वृद्धि होगी।
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए धान की कीमतें तय की हैं। सामान्य किस्म के लिए 2,300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए किस्म के लिए 2,320 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य तय किया गया है। यह कीमतें किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने में मदद करेंगी।
4. किसानों का छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की प्रक्रिया और समर्थन मूल्य के बारे में क्या कहना है –
राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए की गई पहलें वाकई सराहनीय हैं। ख़रीफ़ में 145 लाख मीट्रिक टन धान की रिकॉर्ड खरीद करना और किसानों को एमएसपी देना एक बड़ा कदम है। इसके अलावा, कृषक उन्नति योजना के तहत एकमुश्त आदान सहायता राशि देने से किसानों को बड़ी राहत मिली है।
किसानों को फायदे
– उन्नत कृषि को बढ़ावा मिलेगा
– कृषि उत्पादकता बढ़ेगी
– किसान आर्थिक रूप से सशक्त और मजबूत होंगे
किसान नागमणी वर्मा की कहानी भी बहुत प्रेरक है, जिन्होंने इस योजना का फायदा उठाया और अपने बच्चों के भविष्य के लिए वाहन खरीदने की योजना बनाई है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने दिया धान का बकाया बोनस
– छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने किसानों को दो साल का बोनस दिया है। इस बोनस के तहत, किसानों के खातों में बकाया बोनस की रकम ट्रांसफ़र की गई है।
– छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को खरीफ़ विपणन वर्ष 2014-15 और 2015-16 के लिए बकाया बोनस का भुगतान किया था।
किसानों ने किया धन्यवाद
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी का धन्यवाद, जिन्होंने हमारे लिए इतना बड़ा काम किया है। धान का 2 साल का बकाया बोनस मिलने से हमारी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
– किसान नागमणी वर्मा, बलौदाबाजार
यह हमारे लिए एक बड़ा तोहफा है। हमसे 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदा गया और राशि एकमुश्त मिली।
– किसान रामप्रसाद, दुर्ग
मुख्यमंत्री जी का यह फैसला हमारे लिए वरदान है। इससे हमारे बच्चों की पढ़ाई और हमारे खेतों की देखभाल में मदद मिलेगी।
– किसान श्याम लाल, बिलासपुर
हमें सरकार पर गर्व है कि उन्होंने अपना वादा निभाया है। यह हमारे लिए एक बड़ा सहारा होगा।
– किसान सीताराम, रायपुर
5. धान खरीदी को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार का उद्देश्य ? और वे किसानों के लिए क्या करना चाहती हैं ? –
किसानों को धान बेचने में परेशानी न हो, इसके लिए सरकार ने नई बारदाना नीति के तहत धान खरीदी की व्यवस्था की है। इस नीति के तहत किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जाता है, जिससे उन्हें अपनी फसल का सही मूल्य मिल सके। इसके अलावा श्री अन्न की खेती के लिए भी किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे वे अपनी आय में वृद्धि कर सकें।
धान खरीदी के लाभ
– समर्थन मूल्य पर धान खरीदी : किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य मिल सके।
– इनपुट सब्सिडी : किसानों को खेती के लिए आवश्यक संसाधनों पर सब्सिडी मिल सके।
– सहूलियतें : किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी न हो।
धान खरीदी की प्रक्रिया
– नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट (NFSA) : धान खरीदी इस एक्ट के तहत होती है।
– जूट कमिश्नर और जेम पोर्टल : जूट के बोरे खरीदे जाते हैं।
– धान उपार्जन केंद्रों में व्यवस्थाएं : किसानों को सभी ज़रूरी सुविधाएं दी जाती हैं।
– निरंतर निरीक्षण : खाद्य विभाग के अधिकारियों को निरंतर निरीक्षण करने के निर्देश दिए जाते हैं।
किसानों की अतिरिक्त कमाई
प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी 3100 रुपए क्विंटल की दर से की जा रही है, जिससे किसानों को प्रति एकड़ 65,100 रुपए मिल रहे हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में 25,500 रुपए की अतिरिक्त कमाई है।
6. छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के आंकड़े, जैसे कि पिछले वर्ष की धान खरीदी, इस वर्ष की धान खरीदी का लक्ष्य, और धान खरीदी के लिए आवंटित बजट –
छत्तीसगढ़ सरकार ने इस साल धान खरीदी के लिए बड़े लक्ष्य को निर्धारित किया है। पिछले साल जहां 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी, वहीं इस साल 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने की योजना है।
केंद्र सरकार द्वारा इस खरीफ सीजन के लिए सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2,300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान का एमएसपी 2,320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार किसानों से 3,100 रुपये के समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करेगी।
धान खरीदी की विशेषताएं
– धान खरीदी केंद्रों की संख्या : 2,058 सहकारी समितियों और 2,739 धान खरीद केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी की जाएगी।
– पारदर्शिता : धान खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीनों का उपयोग किया जाएगा।
– नीति की मंजूरी : धान खरीदी की नीति सबसे पहले मंत्रिमंडलीय उपसचिव के सामने रखी जाती है, फिर कैबिनेट की मंजूरी के बाद किसानों को इसकी जानकारी दी जाती है ¹।
यह धान खरीदी की योजना न केवल किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य दिलाने में मदद करेगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था में भी योगदान करेगी।
7. समर्थन मूल्य पर हुई थी धान खरीदी –
छत्तीसगढ़ में पिछले वर्ष समर्थन मूल्य पर रिकॉर्ड 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। वर्तमान में राज्य में 2058 सहकारी समितियां तथा 2739 धान उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से आगामी खरीफ विपणन वर्ष में 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान लगाया गया है। धान खरीदी व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन के लिए कम्प्यूटर, इंटरनेट के साथ ही उपार्जन केन्द्र आने वाले किसानों के लिए बैठक और पेयजल सुविधा भी उपलब्ध कराने को कहा गया है।
विष्णु देव साय सरकार ने सत्ता में आते ही धान खरीदी शुरु की और खरीदी का नया कीर्तिमान बनाया। पिछली बार साय सरकार ने 144.67 लाख मीट्रिक टन धान उपार्जित कर सर्वाधिक धान खरीदी का रिकॉर्ड बनाया। यह पिछले खरीफ सीज़न की तुलना में लगभग 26% अधिक था। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 24 लाख 72 हजार 310 किसानों से समर्थन मूल्य पर 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान का उपार्जन कर यह लक्ष्य हासिल किया था।
8. छत्तीसगढ़ में पिछली बार धान खरीदी की समय सीमा, सीएम की प्रतिक्रिया –
साल 2024 में छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की समय सीमा 4 फ़रवरी तक निर्धारित की गई थी, जिसके दौरान रिकॉर्डतोड़ धान खरीदी हुई।
धान खरीदी के आंकड़े
– कुल किसानों की संख्या: 24 लाख 72 हज़ार 310
– कुल धान खरीदी की राशि: 30 हज़ार 68 करोड़ 81 लाख रुपये
– समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को 100% भुगतान किया गया
धान खरीदी की विशेषताएं
– पारदर्शिता और गति के साथ धान खरीदी की प्रक्रिया पूरी की गई।
– किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य दिलाने में मदद मिली।
– राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान हुआ।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
हमारी सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। धान खरीदी की रिकॉर्डतोड़ उपलब्धि हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हम किसानों के लिए और भी कल्याणकारी योजनाएं लेकर आएंगे।
यह आंकड़े और जानकारी छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों को दर्शाते हैं।
9. छत्तीसगढ़ में धान की गुणवत्ता के मानक और कैसे धान की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाता है ? –
धान की गुणवत्ता का निर्धारण कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि धान की किस्म, फसल उत्पादन के दौरान मौसम की स्थिति, फसल उत्पादन की पद्धति, मृदा की स्थिति, कटाई और कटाई के बाद की प्रक्रियाएं।
धान की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए, चावल की रासायनिक और कार्यात्मक गुणों का निर्धारण किया जाता है। इनमें स्टार्च, एमाइलोज़, एमाइलोपेक्टिन, जल अवशोषण सूचकांक, जल घुलनशीलता सूचकांक, और फूलने की शक्ति जैसे गुण शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी के लिए सरकार 3,100 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य देती है. साल 2024-25 के खरीफ़ विपणन सत्र के लिए धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को 5.35% बढ़ाकर 2,300 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया हैं।
10. छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर सरकार को कई चुनौतियों का करना पड़ता है सामना –
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर सरकार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों में से एक ऑनलाइन टोकन सिस्टम है, जिसकी वजह से किसानों को परेशानी हो रही है। पहले की सरकार में टोकन वेटिंग 15 दिन तक काटा जा सकता था, लेकिन वर्तमान सरकार ने प्रतिदिन ही टोकन काटने की अनुमति दी है।
इसके अलावा धान खरीदी के साथ राजनीति भी तेज हो जाती है। किसानों को सही मूल्य मिल सके, इसके लिए बाहर से आने वाले धान की धरपकड़ की जा रही है। सोसाइटी प्रबंधक, कम्प्यूटर ऑपरेटर, और सुपरवाइज़र ने भी धान खरीदी से जुड़ी दिक्कतों को देखते हुए खुद को दूर कर लिया था।
इन चुनौतियों के बावजूद, सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए काम कर रही है। किसानों को सही मूल्य मिल सके और धान खरीदी की प्रक्रिया सुगम हो, इसके लिए सरकार विभिन्न उपाय कर रही है।