
CG FRAUD: दुर्ग. सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले 4 आरोपियों को दुर्ग के पुलगांव थाना क्षेत्र से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियो ने 8 पीड़तों से खाद निरीक्षक, पर्यवेक्षक, प्यून के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 22 लाख रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था। आरोपियों ने इन तीनों पदों के फर्जी नियुक्ति पत्र भी पीड़ितों को दिए थे।
महमरा निवासी प्रार्थी दीपेश कुमार निषाद ने नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने की शिकायत पुलिस से की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके गांव के मनोज साहू ने अपने साथी मुकेश वर्मा व उसके भांजे रजत वर्मा के साथ मिलकर खाद निरीक्षक के पद पर नौकरी लगाने चार लाख रुपए की मांग की थी, जिस पर उन्होंने 2 लाख नगदी व ऑनलाइन के माध्यम से आरोपियों को दिया। इसके बाद आरोपियों ने फर्जी नियुक्ति आदेश को व्हाट्सएप किया, लेकिन जब जॉइनिंग के लिए पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। तब उन्हें एहसास हुआ कि नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए हड़प लिए और नौकरी न लगाकर धोखाधड़ी किया गया।
फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने वाला टाइपिंग सेंटर संचालक भी गिरफ्तार
इन आरोपियों ने 8 लोगों के साथ 22 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। आरोपियों को उसके घर से हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। नौकरी लगाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर रकम वसूल कर धोखाधड़ी करने की बात सभी ने स्वीकार किया। इस घटना के मास्टरमाइंड आरोपी मनोज कुमार साहू से लोगों को दिए गए फर्जी नियुक्ति पत्र, अन्य कागजात व मोबाइल जब्त किया गया है। भिलाई निवासी रजत वर्मा और मुकेश वर्मा से फर्जी दस्तावेज एवं मोबाइल जब्त किया गया। वहीं फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने वाले टाइपिंग सेंटर संचालक आरोपी महेश हिरावं को सेक्टर 6 भिलाई के मार्केट से गिरफ्तार किया गया है।