CG CRIME: पुलिस ने 6 फर्जी बैंक खाताधारक को किया गिरफ्तार, 31 लाख से की कर चुके थे साइबर ठगी

CG CRIME: जांजगीर-चांपा. जिले की साइबर सेल और थाना शिवरीनारायण पुलिस ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी में इस्तेमाल किए गए फर्जी बैंक खातों (म्यूल अकाउंट) के मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन खातों में देशभर में हुई ऑनलाइन ठगी की रकम ₹31,49,312 जमा की गई थी. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय (IPS) के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में की गई. पकड़े गए आरोपी कमीशन के लालच में अपने खाते साइबर अपराधियों को किराए पर दे रहे थे.
क्या है म्यूल अकाउंट?
CG CRIME: म्यूल अकाउंट वह बैंक खाता होता है जो किसी साइबर अपराधी द्वारा किराए पर लिया जाता है ताकि ठगी से मिली रकम उसमें ट्रांसफर करवाई जा सके. ये खाते आमतौर पर भोले-भाले या पैसों के लालच में आए लोगों के होते हैं.
देशभर से जुड़ा मामला
CG CRIME: शिवरीनारायण की एक्सिस बैंक शाखा में ऐसे 16 खातों की पहचान की गई जिनमें लाखों रुपये जमा हुए थे. जांच में सामने आया कि इन खातों में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों से ठगी के पैसे ट्रांसफर किए गए थे.
गिरफ़्तार आरोपी
भोलाराम कुम्हार (29) – निवासी किकिरदा, थाना बिर्रा, जिला सक्ती
लखन लाल सुल्तान (30) – निवासी सारसडोल, थाना मालखरौदा, जिला सक्ती
सुरेश साहू (27) – निवासी रनपोटा, थाना मालखरौदा
गिरधारी लाल कुम्हार (35) – निवासी शिवरीनारायण, जिला जांजगीर
हरिहर कामले (32) – निवासी खरौद, थाना शिवरीनारायण
रामभरोस यादव (26) – निवासी पडरिया, थाना शिवरीनारायण
कैसे करते थे साइबर ठगी?
CG CRIME: जांच में यह भी सामने आया कि लखन लाल सुल्तान, जो इस गिरोह का मध्यस्थ था, 12 से 15 हजार रुपये प्रति खाता के हिसाब से अन्य लोगों से खाते इकट्ठा करता था और उन्हें रायगढ़ जेल में बंद गांधी शान्डे नामक अपराधी को देता था. गांधी शान्डे पहले से ही साइबर ठगी के एक मामले में जेल में बंद है.
इन सभी आरोपियों के खिलाफ थाना शिवरीनारायण में प्रकरण क्रमांक 259/2025 के तहत धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111(B), 3(5) BNS के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है. सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है.
जांजगीर-चांपा पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि कभी भी अपना बैंक खाता किसी अनजान व्यक्ति को न दें. ऐसा करना आपको साइबर ठगी के जाल में फंसा सकता है, और आप भी कानूनी मुसीबत में पड़ सकते हैं.