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AMBEDKAR HOSPITAL : अंबेडकर अस्पताल में ‘कॉल मी’ सर्विस पर गंभीर आरोप, महिला स्वास्थ्यकर्मियों के शोषण और पत्रकारों से मारपीट के मामले ने पकड़ा तूल

AMBEDKAR HOSPITAL : Serious allegations on ‘Call Me’ service in Ambedkar Hospital, case of exploitation of female health workers and assault on journalists has gained momentum

रायपुर, 30 मई 2025। AMBEDKAR HOSPITAL  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित अंबेडकर अस्पताल में सुरक्षा देने वाली एजेंसी ‘कॉल मी’ अब विवादों में घिर गई है। इस एजेंसी पर महिला स्वास्थ्यकर्मियों के यौन शोषण, ब्लैकमेलिंग, और पैसे वसूली जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।

स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का विरोध प्रदर्शन –

AMBEDKAR HOSPITAL  शुक्रवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के नेतृत्व में अंबेडकर अस्पताल परिसर में जोरदार प्रदर्शन हुआ। स्वास्थ्यकर्मियों ने आरोप लगाया कि ‘कॉल मी’ के बाउंसर और सुपरवाइजर महिला स्वास्थ्यकर्मियों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं, नौकरी दिलाने के नाम पर 10 हजार से 50 हजार रुपये तक की वसूली करते हैं, और खुलेआम धमकाते भी हैं।

पत्रकारों के साथ मारपीट –

मामला यहीं तक नहीं रुका। बीते रविवार रात एक चाकूबाजी की घटना की कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों के साथ ‘कॉल मी’ सर्विस के बाउंसरों ने मारपीट कर दी। आरोप है कि कुछ बाउंसर अस्पताल परिसर में हथियार लेकर घूमते हैं और मीडियाकर्मियों को धमकाते हैं।

लंबे समय से मिल रही थीं शिकायतें, कार्रवाई नहीं –

AMBEDKAR HOSPITAL  स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि ‘कॉल मी’ एजेंसी के खिलाफ कई बार अस्पताल अधीक्षक को शिकायत दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे नाराज स्वास्थ्य कर्मचारी संघ और अन्य संगठनों ने ठेका रद्द करने, दोषियों पर सख्त कार्रवाई, और महिला स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।

मुद्दा बना प्रदेशव्यापी आंदोलन का विषय –

AMBEDKAR HOSPITAL  इस पूरे घटनाक्रम ने स्वास्थ्य व्यवस्था में महिलाओं की सुरक्षा, पत्रकारों की स्वतंत्रता, और सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें –

‘कॉल मी’ सर्विस का ठेका तत्काल रद्द कर ब्लैकलिस्ट किया जाए।
महिला स्वास्थ्यकर्मियों से दुर्व्यवहार करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो।
अस्पताल परिसर में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
बाउंसरों की गुंडागर्दी पर रोक लगाई जाए।

 

 

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