भाई ने ही सुलाया मौत की नींद, कपसदा गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या की गुत्थी सुलझी, पैसों के लालच में दिया वारदात को अंजाम

दुर्ग। जिले के कपसदा गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले की गुत्थी को पुलिस द्वारा सुलझा लिया गया है। भोलानाथ यादव और उसके परिवार की हत्या उसके छोटे भाई द्वारा ही किया गया था। आरोपी किस्मत यादव ने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर रुपयों के लालच में इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया था। पुलिस के लिए ये मामला काफी चुनौती भरा था, लेकिन 48 घंटों के भीतर इस मर्डर मिस्ट्री का द एन्ड हो गया है।
दो दिन पहले हुई थी एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या
दो दिन पूर्व कुम्हारी थाना क्षेत्र से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर पुनाराम टंडन की बाड़ी में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। ओडिसा के बलांगीर से आकर खेती करने वाले भोलानाथ यादव उसकी पत्नी नैना, सात साल की बेटी मुक्ता और 12 साल के प्रमोद के शरीर पर कई जगहों पर ताबड़तोड़ कुल्हाड़ी से वार किया गया था। पुलिस को पहले ये हत्याकांड पहेली जैसे लगने लगा था। आखिर इस परिवार की इतनी बेदर्दी से किसने और क्यों हत्या की थी। मौके पर पहुँचे दुर्ग रेंज के आईजी बीएन मीणा और एसपी अभिषेक पल्लव जब मौके पर पहुँचकर बारीकी से पड़ताल शुरू किया। क्राईम सिन डिडेक्ट पर पुलिस को कुछ ही देर में यह तो मालूम चल गया कि आरोपी पेशेवर नहीं बल्कि कोई जान पहचान वाला ही है। क्योंकि जिसने भी हत्या की है। उसे इस बात की बिल्कुल जानकारी थी कि मृतक भोलानाथ द्वारा रखे गये पैसे कहा पर है। इसलिए आरोपियों ने परिवार के लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद घर के समान को बिना तितरबितर कर फरार हो गये। पुलिस ने इन्ही बिंदुओ पर अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया। जिसके बाद यह बात निकलकर सामने आई कि उड़ीसा का रहने वाला राजभर यादव 25 साल पहले कपसदा गांव आया था। अपने चार बेटो के साथ वह यहाँ पुनाराम के 8 एकड़ खेत को किराए पर लेकर खेती किसानी का काम करता था। एक बाड़ी में राजभर का एक बेटा यानी मृतक भोलानाथ अपने परिवार के साथ रहता था। और दूसरी बाड़ी में राजभर अपने दो बेटों के साथ रहता था। वही बड़ा बेटा उडीसा में रहता है। हाल ही में इस परिवार की संपत्ति का बंटवारा हुआ था। जिसको लेकर मृतक और उसके भाइयों के बीच विवाद भी होता था।
मृतक जुआ खेलने का आदी
पुलिस की जांच में एक और बात भी सामने आई है। वह यह कि मृतक जुआ खेलने का आदी था। पिछले कुछ समय से वो अपनी बाड़ी में ही जुआ का फड़ चला रहा था। जिसके कारण उसे काफी फायदा हो रहा था। इसी पैसों से मृतक की पत्नी महंगे जेवर पहनकर मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव की पत्नी दिखाकर चिढ़ाया करती थी। मृतक ने अपने भाई को यह भी बताया था, कि जुए से उसने 5 लाख रूपये जमा कर रखे हैं। और इसी रुपयों पर किस्मत की नीयत भी गड़ी थी। जिसको लेकर भी दोनों के बीच कुछ दिन पहले विवाद भी हुआ था। इसलिए आरोपी ढोलेश्वर ने उड़ीसा से दो लोगो को बुलवाकर अपने भाई भोलानाथ उसकी पत्नी नैना दो बच्चों पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला किया। और उन्हें हमेशा के लिए मौत की नींद में सुला दिया।