BREAKING : उद्धव गुट के नेता संजय राउत को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से जान से मारने की धमकी

BREAKING: Sanjay Raut, leader of Uddhav faction, threatened to kill in the name of Lawrence Bishnoi gang
उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से जान से मारने की धमकी मिली है. इस धमकी के बाद राउत ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. धमकी देने वाले ने राउत को मैसेज कर कहा की तेरा भी मूसेवाला कर दूंगा. मैसेज में राउत को हिंदू विरोधी कहते हुए गालियां भी दी गई हैं. इस मामले में पुणे पुलिस ने बीती रात एक संदिग्ध को हिरासत में लिया और मुंबई पुलिस को सौंप दिया है.
लॉरेन्स के नाम पर मिली धमकी –
लॉरेंस बिश्नोई के नाम से मिली इस धमकी में कहा गया है, ‘ तू दिल्ली में मिला तो तुझे एके 47 से उड़ा दूंगा, मूसेवाला हो जायेगा..लॉरेंस की तरफ से मैसेज है.. सलमान और तू फिक्स.. तैयारी करके रखना..’ इस धमकी के बाद राउत ने पुलिस को पत्र लिखकर जानकारी दी है. पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.
सलमान को भी मिली थी धमकी –
कुछ दिन पहले ही लॉरेंस गैंग की तरफ से बॉलीवुड स्टार सलमान खान फिर से धमकी मिली थी. जिसके बाद केस दर्ज होने के बाद मुंबई पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से पहले भी सलमान को धमकी मिलने और उनपर हमले की प्लानिंग की थी. वहीं पिछले हफ्ते गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के नाम पर लखनऊ की मशहूर ज्वेलरी शॉप खुन खुन जी ज्वेलर्स के मालिक उत्कर्ष अग्रवाल से रंगदारी मांगी गई थी. उनके नंबर पर व्हाट्सएप कॉल आया था और फोन करने वाले ने 30 लाख रुपये की मांग की थी.
कौन हैं संजय राउत –
संजय राउत आज महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम हैं. उद्धव ठाकरे के करीबी नेताओं में शुमार राउत 80 के दशक में मुंबई में क्राइम रिपोर्टिंग करते थे.लोकप्रभा पत्रिका से करियर की शुरुआत करने वाले राउत को अंडरवर्ल्ड रिपोर्टिंग का एक्सपर्ट माना जाता था. दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन और अंडरवर्ल्ड पर लिखी उनकी रिपोर्ट्स की मुंबई में खूब चर्चा हुआ करती थी. रिपोर्टिंग की दुनिया में राउत का नाम बड़ा होता गया और वो बालासाहेब ठाकरे की नजरों में आ गए.राउत का मातोश्री पर आना-जाना बढ़ा और शिवसेना प्रमुख ने सिर्फ 29 साल के राउत को शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ का कार्यकारी संपादक बना दिया. इसके बाद शिवसेना के प्रवक्ता बने और बाद में राज्यसभा तक पहुंचे.