राजनांदगांव खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव से भारतीय जनता पार्टी नहीं गई काफी कशमकश के बाद पूर्व विधायक कोमल जंघेल को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है स्मरण रहे कि खैरागढ़ पिछड़ा वर्ग बाहुल्य क्षेत्र है और पिछड़ा वर्ग विधानसभा चुनाव में निर्णायक की भूमिका में होते हैं चुकीं कोमल जंघेल महज 746 वोटो के कम अंतर से ही चुनाव हारे थे और पिछड़ा वर्ग राष्ट्रीय कार्यकारिणी भाजपा के कार्यकारिणी सदस्य भी हैं ऐसे में उनकी टिकट हर स्तर पर पक्की मानी जा रही थी और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं और युवा कार्यकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय विक्रांत सिंह को लोकप्रिय नेता होने के बावजूद टिकट से वंचित रखा गया जिसका प्रमुख कारण डॉ रमन सिंह पूर्व मुख्यमंत्री के भांजे के तौर भी पहचान बनी हुई है यह अलग बात है कि उन्होंने बड़े कद्दावर नेता के रिश्तेदार होने की ना कभी अपनी पहचान उजागर की और ना ही डॉ रमन सिंह के नाम का उपयोग किया हो बावजूद इसके राजनीति में कब क्या हो जाए भरोसा नहीं चुकी पिछड़ा वर्ग कार्ड चल चूका है। जेसीसी, कांग्रेस पार्टी और भाजपा के बीच त्रिकोणी मुकाबला होना है और पिछड़ा वर्ग का वोट बैंक किस ओर करवट बदलता है यह तो मतगणना के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।