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BIG NEWS : सड़क बनाने में होगा पराली का इस्तेमाल, नितिन गडकरी ने बताया प्लान

BIG NEWS: Stubble will be used for road construction, Nitin Gadkari told the plan

डेस्क। हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में लगातार पराली जलाने की घटनाओं के चलते प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक हो गया है. दिल्ली एनसीआर में कई दिनों से AQI स्तर 400 के पार दर्ज किया जा रहा है. ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी एक ऐसी योजना के बारे में जिक्र किया है, जिसका उपयोग कर पराली की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है.

नितिन गडकरी ने क्या कहा?

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगले दो से तीन महीनों में वह एक नई तकनीक शुरू करने जा रहे हैं. इस तकनीक के तहत पराली का उपयोग बायो-बिटुमेन तैयार करने के लिए किया जाएगा. इसका उपयोग सड़क बनाने में किया जाएगा. गडकरी ने बताया वह इस तकनीक को दो-तीन महीने के अंदर लॉन्च करने जा रहे हैं.

ये बातें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मध्य प्रदेश के मंडला जिले में 1,261 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखते वक्त कही. इस दौरान उन्होंने किसानों के बदलती भूमिका के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि देश के किसान बिजली पैदा करने में सक्षम हैं. हमारे किसान सिर्फ खाद्यान्न उत्पादक ही नहीं, बल्कि ऊर्जा प्रदाता भी बन सकते हैं. अब वे सड़क बनाने के लिए बायो-बिटुमेन और ईंधन बनाने के लिए इथेनॉल का उत्पादन भी कर सकते हैं और बढ़िया मुनाफा भी कमा सकते हैं.

क्या होता है बायो-बिटुमेन

बता दें कि बिटुमेन एक काले रंग का द्रव होता है. इसका उपयोग सड़कों और छतों के निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है. बायो-बिटुमेन में उत्पाद के जीवाश्म-आधारित संस्करण को बदलने की क्षमता है. अभी तक इसमे सड़क पर बजरी व अन्य पत्थरों को चिपकाकर रोड को आकार देने का काम किया जाता था.

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