आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट मिला, भाई ने ससुरालवालों पर लगाया आरोप

खंडवा: मध्यप्रदेश के खंडवा में पदम नगर थाना क्षेत्र के कोरगला ग्राम में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का शव कुएं में तैरता मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमे लिखा है कि श्री शिवाय नमस्तुभ्यम… मेरे मोक्ष के लिए गाय दान कर देना। अपनी अल्सर की बीमारी से भी परेशान हूं। खुद ही अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं। लेकिन महिला के भाई ने शक जताते हुए महिला के पति और ससुराल वालों को कठघरे में खड़ा किया है। मृतिका के भाई का कहना है कि उसकी बहन को ससुराल वालों ने परेशान कर रखा था। उसका इलाज करा कर यह दिखाया कि वह पागल हो गई है जबकि मेरी बहन अवॉर्डेड आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थी।
घटना खंडवा के थाना पदमनगर क्षेत्र में ग्राम डिगरिश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सपना सेन (40) का शव शुक्रवार गांव के एक कुएं में तैरता मिला। मिली जानकारी के अनुसार मृतिका का पति देवेंद्र सेन खंडवा शहर में सैलून चलाता है। शुक्रवार को पति घर लौटा तो पत्नी गायब मिली। पति ने पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराई। देर रात गांव के पास ही कुएं में सपना का शव मिला। सपना की 10 और 8 साल की दो बेटियां हैं। सास भी गांव की ही आंगनबाड़ी में सहायिका है। सपना को दो साल पहले 15 अगस्त के दिन जिले की बेस्ट आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का अवॉर्ड मिला था।
सपना के भाई महेंद्र सेन ने आरोप लगाए कि बहन का कुएं में गिरकर निधन हो गई। लेकिन हमें तो ऐसा लग रहा है कि ससुरालवालों ने ही जान ली है । ससुराल वाले उसे बहुत परेशान करते थे। हम लोगों से पैसे मांगते थे। हमने पैसे और जेवर भी दिए । बहन आंगनबाड़ी में नौकरी करती थी। उसका ही पैसा उसे नहीं देते थे। मां-बेटे दोनों मिलकर परेशान करते थे। बहुत अत्याचार करते थे। बहन को मेंटली टॉर्चर करते हुए पागल कर दिया था। बहन का इलाज कराया, फिर दिखाया कि ये पागल है। जबकि, इन्होंने ही बहन को पागल किया था। वह अवार्डेड आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थी। पागल होती तो अवार्ड कैसे मिलता…?
मैं सपना सेन, ग्राम डिगरिश की। मेरा 3 साल पहले भी मनोचिकित्सक का इलाज चला था। मैं अपने शरीर के कारण हार गई हूं। अपना मानसिक संतुलन खोने के कारण आत्महत्या कर रही हूं। इसका दोषी किसी को न ठहराया जाए। परिवार वालों ने मेरा बहुत अच्छा ध्यान रखा। मैं खुद ही अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं। श्री शिवाय नमस्तुभ्यम… मेरे मोक्ष के लिए गाय दान कर देना। अपनी अल्सर की बीमारी से भी परेशान हूं। घर वालों को काम करता देख बोझ नहीं बनना चाहती।
पदमनगर थाने के टीई केडी तिवारी ने बताया कि पति देवेंद्र ने सपना के लापता होने की सूचना दी थी। बताया था कि सपना शुक्रवार सुबह 10 बजे खंडवा कलेक्ट्रेट जाने के लिए स्कूटी से निकली थी। लेकिन घर नहीं लौटी। रात 10 बजे सपना का शव ग्राम कोरगलां में खेत में बने कुएं में मिला।