Trending Nowशहर एवं राज्य

चिरमिरी में भुकभुकी जलाशय के समीप एडवेंचर पार्क बनेगा

कलेक्टर ध्रुव ने किया मौका मुआयना
रायपुर। चिरमिरी नगर के समीप स्थित भुकभुकी जलाशय क्षेत्र में एडवेंचर पार्क का निर्माण कराए जाने की पहल जिला प्रशासन द्वारा शुरू की जा रही है। कलेक्टर श्री पी.एस. ध्रुव ने इस एडवेंचर पार्क के लिए प्रस्तावित स्थल का मौका मुआयना किया और अधिकारियों को प्रोजेक्ट तैयार करने के निर्देश दिए। यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा भुकभुकी जलाशय क्षेत्र में एडवेंचर पार्क विकसित किए जाने की घोषणा की गई थी। जिला प्रशासन द्वारा सर्वेक्षण, प्रोजेक्ट तैयार एवं अन्य गतिविधियों के विकास के लिए डीएमएफ मद से 60 लाख रूपए की मंजूरी दी गई है। एडवेंचर पार्क के निर्माण के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित वन एवं तकनीकी विभाग की अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय कमेटी भी गठित की गई है।
भुकभुकी जलाशय 40 हेक्टेयर में निर्मित है। यह जलाशय पहाडिय़ों से घिरा हुआ है। यहां का प्राकृतिक दृश्य बहुत ही मनोरम और एडवेंचर पार्क के अनुरूप है। भुकभुकी जलाशय से वर्तमान में तीन गांव के किसानों को एक हजार एकड़ में सिंचाई सुविधा मिलेगी। इस जलाशय से सिंचाई के लिए नहर का निर्माण कराया जा रहा है। फिलहाल इस जलाशय को स्थानीय मछुआ समिति को मछली पालन के लिए पट्टे में दिया गया है। भुकभुकी जलाशय के क्षेत्र में निर्मित होने वाले एडवेंचर पार्क के लिए समीपस्थ दोनों पहाडिय़ों पर रिसॉर्ट का निर्माण कराया जाएगा। यहां बेस जम्पिंग, जिप लाईनिंग, उबड़-खाबड़ एवं ऊंची-नीचीे पहाडिय़ों के बीच मोटर साईकिल रेसिंग, ट्रैकिंग, रॉक क्लाईंम्बिंग, मॉउंटेन बाईकिंग सहित पैराशूटिंग एवं अन्य एडवेंचर की सुविधाएं विकसित की जाएंगी।कलेक्टर श्री ध्रुव ने एडवेंचर पार्क के लिए प्रस्तावित स्थल का मौका मुआयना करने के बाद समीपस्थ गांव के ग्रामीणों से मुलाकात कर शासन की योजनाओं एवं कार्यक्रमों विशेषकर मनरेगा, पीडीएस चावल वितरण, स्वास्थ्य सुविधा, वनाधिकार पट्टा वितरण, मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना आदि के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने इस मौके पर ग्रामीणों द्वारा बाड़ी में की जा रही सब्जी की खेती का भी मुआयना किया। उन्होंने ग्रामीणों को सब्जी की खेती को और बेहतर तरीके से करने के साथ-साथ ढलान वाली जमीनों में कोदो, कुटकी, राई की फसल लेने की समझाईश दी। ग्रामीणों ने बताया कि भुकभुकी जलाशय के सिंचाई के लिए पानी मिलने से उन्हें कृषि कार्य में सुविधा होने लगी है।

Share This: