
इस्राइली वायुसेना ने मंगलवार को हमास के नेताओं को निशाना बनाने के लिए कतर की राजधानी दोहा में बड़ा हमला किया। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में देखा गया कि आसमान में धुआं उठ रहा था। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। कतर अरब प्रायद्वीप का एक ऊर्जा संपन्न देश है।
नेतन्याहू के कार्यालय (पीएमओ) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा, हमास के शीर्ष आंतकवादी सरगनाओं के खिलाफ आज की कार्रवाई पूरी तरह एक स्वतंत्र अभियान था। इस्राइल ने इस अभियान की शुरुआत की, इसका संचालन किया और इस्राइल इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता है।
कतर के सरकारी प्रसारक अल जजीरा ने धमाके की पुष्टि की है। इस बीच, इस्राइली सेना ने कहा कि उसकी वायुसेना ने हमास के नेताओं को निशाना बनाकर एक हमला किया है। लेकिन उसने भी यह नहीं बताया कि हमला कहां किया गया।
कतर ने की हमले की निंदा
एक इस्राइली अधिकारी ने पुष्टि की है कि इस्राइली सेना ने कतर की राजधानी दोहा में हमास के नेतृत्व को निशाना बनाया है। वहीं, कतर ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उसने कहा है कि यह हमला कायरतापूर्ण है और दोहा में हमास के मुख्यालय पर किया गया यह इस्राइली हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
हमला क्षेत्र की स्थिरता के लिए खतरा: पीएलओ
फलस्तीन मुक्ति संगठन (पीएलओ) ने दोहा पर हुए इस्राइली हमले की निंदा की है। संगठन ने इस हमले को ‘घिनौना’ करार देते हुए कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून और कतर की संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन है। पीएलओ के महासचिव हुसैन अल-शेख ने एक बयान में कहा, यह हमला क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता के लिए एक खतरा है।
अंतरराष्ट्रीय कानूनों का गंभीर उल्लंघन: ईरान
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी दोहा में हमास के नेतृत्व को निशाना बनाकर किए गए हमले की आलोचना की। ईरानी मीडिया के अनुसार, उन्होंने इस हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का ‘उल्लंघन’ बताया है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बकाई ने सरकारी टेलीविजन पर कहा, यह बेहद खतरनाक और आपराधिक कार्रवाई है। यह अंतरराष्ट्रीय नियमों और कानूनों का गंभीर उल्लंघन है, साथ ही कतर की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का भी उल्लंघन है।
वहीं इस्राइल के पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्ष के नेता प्रमुख येर लैपिड ने दोहा में हुए हमले की सराहना की। लैपिड ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, हमारे दुश्मनों को रोकने के लिए की गई इस असाधारण कार्रवाई के लिए मैं वायु सेना, आईडीएफ, शिन बेट (खुफिया एजेंसी) और सभी सुरक्षा बलों को बधाई देता हूं।