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FAITH HEALER GARIABAND : इलाज के नाम पर छाती में चढ़ गई… और ले ली जान, गरियाबंद में झाड़-फूंक से युवती की संदिग्ध मौत

FAITH HEALER GARIABAND : In the name of treatment, she got into the heart… and took her life, a woman died due to black magic in Gariaband

गरियाबंद, 23 मई 2025। FAITH HEALER GARIABAND छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के सुरसाबांधा गांव से एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां शैतान भगाने और झाड़-फूंक के इलाज के नाम पर एक 18 वर्षीय युवती योगिता सोनवानी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। आरोपी महिला ईश्वरी साहू को धर्मांतरण और बंधक बनाने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

मृतका की मां सुनीता सोनवानी का आरोप है कि ईश्वरी साहू ने उन्हें कहा था कि योगिता के शरीर में शैतान है, और इलाज के नाम पर तीन महीने तक गांव के एकांत स्थान पर बंधक बनाकर रखा गया। वहां युवती को गर्म तेल लगाने, छाती पर चढ़कर शारीरिक उत्पीड़न करने, और विरोध करने पर मारपीट की जाती थी।

इलाज के नाम पर चला अंधविश्वास का खेल

FAITH HEALER GARIABAND योगिता मानसिक रूप से बीमार थी और रायपुर के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। इलाज में भारी खर्च के बाद भी कोई सुधार न होने पर सुनीता अपनी बेटी को लेकर मायके महासमुंद पहुंचीं। वहीं से सुरसाबांधा में ईश्वरी साहू के संपर्क में आईं, जो खुद को चमत्कारी इलाज करने वाली बताती थी।

सुनीता ने बताया कि ईश्वरी ने शैतान का डर दिखाकर किसी से मिलने-जुलने, बाहर निकलने और फोन संपर्क तक से मना किया था। युवती की हालत बिगड़ती गई और उसकी मौत हो गई।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट : पसली टूटी, हार्ट अटैक से हुई मौत

डॉ. एमएस ठाकुर, जिन्होंने पोस्टमॉर्टम किया, ने बताया कि योगिता की पसलियां टूटी हुई थीं और शरीर से खून भी निकला था। संभवतः शारीरिक चोटों के कारण हार्ट अटैक आने से उसकी मौत हुई।

पुलिस पर लापरवाही के आरोप, आधी रात के बाद दर्ज हुई FIR

स्थानीय महिलाओं और ग्रामीणों की मदद से सुनीता थाने पहुंचीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें घंटों तक टालती रही। आखिरकार आधी रात के बाद FIR दर्ज की गई। एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया गया है और मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई है।

4 और युवतियों के साथ भी हुआ ऐसा इलाज

FAITH HEALER GARIABAND जांच में पता चला है कि ईश्वरी साहू पिछले कई वर्षों से अपने घर में चंगाई सभा और प्रार्थना के नाम पर इलाज का ढोंग कर रही थी। कमजोर और इलाज न करवा पाने वाली युवतियों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था।

ग्रामीणों और समाज प्रमुखों में आक्रोश

इस घटना से ग्रामीणों और समाज प्रमुखों में भारी आक्रोश है। लोगों ने धार्मिक आस्था के नाम पर चल रहे अंधविश्वास और महिलाओं की लाचारी का फायदा उठाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

 

 

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