New Year 2025: कहीं 108 बार बजाई जाती है घंटियां तो कहीं गिराते हैं तरबूज, जानें अलग-अलग देश के न्यू ईयर के अनोखे रिवाज

New Year 2025: नया साल आने में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। इसलिए हर ओर लोग नए साल के स्वागत की तैयारियों में लगे हुए हैं। रेजोल्यूशन सोचने से लेकर न्यू ईयर पार्टी की प्लानिंग तक, नए साल के आगमन से पहले लोगों के बीच एक अलग ही उमंग देखने को मिलती है। अलग-अलग देशों में नए साल के स्वागत के अलग-अलग तरीके (Diverse New Year Celebrations) देखने को मिलते हैं, जो सालों से वहां की परंपरा रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी जानना चाहते हैं कि दुनियाभर में नए साल का जश्न किस तरह (Global New Year Customs) मनाया जाता है, तो आपको ये आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए।
जापान-कोरिया
अगर एशियाई देशों के बारे में बात करें, तो जापान और कोरिया में नए साल की बेहद खास रौनक देखने को मिलती है। इन दोनों देशों में घंटी बजाकर नए साल का स्वागत होता है। वो भी एक-दो बार नहीं, बल्कि पूरे 108 बार। जी हां, यहां नए साल पर 108 बार घंटी बजाना काफी शुभ माना जाता है। इसलिए जगह-जगह लोग न्यू ईयर ईव पर घंटी बजाते हुए नजर आते हैं।
नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स में न्यू ईयर सेलिब्रेट करने का तरीका थोड़ा अनोखा है। इस मौके पर यहां के शहर एम्स्टर्डम में खास रौनक देखने को मिलती है। यहां नया साल मनाने का तरीका बेहद खास है। इस दिन लोग सुबह-सुबह नए साल में समुद्र के पानी में डुबकी लगाते हैं। इसके लिए वे शेवेनिंगेन बीच पर इकट्ठा होते हैं। ऐसा माना जाता है कि समुद्र में डुबकी लगाने से नया साल अच्छा बीतता है।
अमेरिका
अमेरिका में टाइम स्क्वायर पर नए साल का का जश्न बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। दुनियाभर से लोग यहां न्यू ईयर काउंट डाउन में हिस्सा लेने आते हैं। इस मौके पर टाइम्स स्क्वेयर पर लोग इकट्ठा होते हैं और सभी की निगाहें झंडे के लंबे खंभे पर टिकी होती है। यहां से एक गेंद नीचे गिरती है, जिसे काउंट डाउन का प्रतीक माना जाता है। इसी कारण अमेरिकी शहरों में लोग ऊंचाई से चीजें नीचें फेंकते हैं, जैसे कि तरबूज।
स्पेन
स्पेन में नया साल मैड्रिड सिटी में या कैनरी द्वीप में मनाया जाता है। स्पेन के न्यू ईयर ट्रेडिशन में 12 अंगूर खाना शामिल है। रात को 12 बजे, लोग 12 महीनों के नाम 12 अंगूर खाते हैं। इस समय 12 घंटियां बजाई जाती हैं और हर घंटी के साथ एक अंगूर खाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से अच्छी किस्मत मिलती है। इसलिए इन्हें ‘किस्मत के अंगूर’ भी कहा जाता है। इसके रिवाज के बाद लोग नाचते-गाते हुए नए साल का स्वागत करते हैं।
कंबोडिया
कंबोडिया में नए साल पर लोग मंदिरों में अगरबत्तियां और धूप बत्ती जलाते हैं। इस दौरान लोग अच्छी किस्मत के लिए भगवान बुद्ध से प्रार्थना करते हैं। साल के दूसरे दिन लोग अपने पूर्वजों की याद में पूजा भी करवाते हैं। इस दिनगरीबों को दान भी दिया जाता है। तीसरे दिन लोग अपने घर के बुजुर्गों और भगवान बुद्ध के पैर धोते हैं। ऐसा अच्छी किस्मत को बुलाने और नेगेटिविटी को भगाने के लिए किया जाता है।