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AAP कांग्रेस को I.N.D.I.A से कर देगी बाहर ! पार्टी की दूसरे दलों से हो रही बातचीत

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव ‘इंडिया गठबंधन’ के लिए बेहद कठिन डगर साबित हो रहा है. राष्ट्रीय स्तर पर बने गठबंधन ने बिना टूटे इसे पार कर लिया, तो बड़ी सफलता मानी जाएगी. भले AAP और कांग्रेस का प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं हुआ, लेकिन दोनों दल राष्ट्रीय स्तर पर INDIA गठबंधन का ही हिस्सा हैं. लेकिन अब ये गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर भी खतरे में पड़ता दिख रहा है. सूत्रों का दावा है कि AAP ने कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने की तैयारी शुरू कर दी है.

AAP बाकी सहयोगियों से करेगी बातचीत

सूत्रों ने बताया कि AAP कांग्रेस को इंडिया एलायंस से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए दूसरे दलों से बातचीत करेगी. दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के बयान से आहत AAP का कहना है कि कांग्रेस भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही है. हाल ही में कांग्रेस द्वारा अरविंद केजरीवाल पर FIR भी हुई, दोनों दलों के बीच खटास का ये भी बड़ा कारण माना जा रहा है.

AAP और कांग्रेस में से कौन दमदार?

कांग्रेस करीब 140 साल पुरानी पार्टी है, जो 1885 में बनी. देश के हर राज्य में इसका जनाधार है. देश सबसे लंबे समय तक सरकार चलाने का तमगा भी कांग्रेस के पास है. कांग्रेस 99 सांसदों के साथ लोकसभा चुनाव 2024 में इंडिया गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. दूसरी ओर AAP है, जो 2012 में बनी, महज 12 साल पुरानी पार्टी. फिलहाल दो राज्यों में सरकार, दिल्ली और पंजाब. लोकसभा में AAP के 3 सांसद हैं.

प्रमुख क्षेत्रीय दलों का स्टैंड क्या रह सकता है?

समाजवादी पार्टी (SP): यूपी की समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लड़ने के लिए खूब सीटें दी थीं. अब 2027 में यूपी में विधानसभा चुनाव होना है. अखिलेश नहीं चाहेंगे कि कांग्रेस अलग लड़े, इसका सीधा नुकसान सपा होगा. सपा कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने के लिए राजी नहीं होगी.

तृणमूल कांग्रेस (TMC): पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस पार्टी इंडिया गठबंधन का तीसरा सबसे बड़ा दल है. TMC पहले से ही कांग्रेस से नाराज चल रही है. ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन की कमान संभालने की इच्छा जाहिर कर चुकी है. कुछ दलों के शीर्ष नेताओं ने उनको समर्थन भी दे दिया था. ममता कांग्रेस को एलयांस से बाहर करने का प्रस्ताव स्वीकार कर सकती हैं.

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK): तमिलनाडु की DMK पार्टी इंडिया गठबंधन का चौथा सबसे बड़ा दल है. तमिलनाडु में DMK और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार है. दोनों दलों का साल 2004 से गठबंधन है. 2014 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने अकेले लड़ा, इस वाकये को छोड़ दें तो DMK के साथ रिश्ते मजबूत ही रहे हैं. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के कांग्रेस हाईकमान से अच्छे संबंध हैं. कांग्रेस को INDIA गठबंधन से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए DMK के पास कोई वजह नहीं है.

 

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