नहीं रहे कन्नड़ डायरेक्टर गुरुप्रसाद: बेंगलुरु के अपार्टमेंट में मिली लाश, पैसों की तंगी से जूझ रहे थे
नई दिल्ली। कन्नड़ सिनेमा से एक बुरी खबर सामने आ रही है जिसने हर किसी को दंग कर दिया है। जाने-माने निर्देशक गुरुप्रसाद (Guruprasad) अब इस दुनिया में नहीं रहे। निर्देशक और रियलिटी शोज के जज रह चुके गुरुप्रसाद का 52 सल की उम्र में निधन हो गया है। रविवार को गुरुप्रसाद को बेंगलुरु के अपार्टमेंट में मृत पाया गया। वह पिछले 8 महीने से उत्तरी बेंगलुरु के मदनायकनहल्ली इलाके में रह रहे थे। पुलिस को शक है कि यह आत्महत्या है। माना ज रहा है कि निर्देशक की मृत्यु दो-तीन दिन पहले ही हो चुकी थी। अपार्टमेंट से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को इन्फॉर्म किया गया। सोशल मीडिया पर गुरुप्रसाद के निधन की खबर मिलते ही उनके चाहने वालों के बीच शोक की लहर दौड़ पड़ी। फिल्मी सितारों को भी इस खबर से बड़ा झटका लगा है।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे गुरुप्रसाद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरु प्रसाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। फिल्म रंगनायका (Ranganayaka) की असफलता के चलते उन्हें बहुत नुकसान हो गया था। उन पर काफी कर्ज भी हो गया था जिसकी वजह से वह डिप्रेशन का शिकार हो गए थे। यह फिल्म इसी साल मार्च महीने में रिलीज हुई थी। हालांकि, कॉमेडी ड्रामा बॉक्स ऑफिस पर खास कमाल नहीं दिखा पाई थी।
गुरुप्रसाद की फिल्में
निर्देशक होने के साथ-साथ गुरुप्रसाद एक्टर भी रहे हैं। उन्होंने साल 2006 में फिल्म माता से बतौर डायरेक्टर अपना करियर शुरू किया था और यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही थी जिसके बाद वह साउथ सिनेमा में चमक गए थे। साल 2009 में उन्होंने एडेलु मंजुनाथ बनाई जिसकी सफलता के बाद उन्हें कर्नाटक स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स से बेस्ट स्क्रीनप्ले का अवॉर्ड मिला।
गुरुप्रसाद ने डायरेक्टर्स स्पेशल, एराडेन साला और रंगनायका जैसी फिल्में बनाईं। वह माता, एडेलु मंजुनाथ, काल मंजा, हुडुगरु, डायरेक्टर्स स्पेशल, विस्टल, जिगरथंडा, कुश्का, बॉडी गॉड जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुके थे। उन्होंने सुपर रांगा और हुडुगरु के लिए डायलॉग्स भी लिखे हैं। कहा जा रहा है कि वह पिछले कुछ समय से आगामी फिल्म एडेमा (Ademaa) का निर्देशन कर रहे थे। फिलहाल, गुरुप्रसाद के निधन की पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है। अभी तक उनकी फैमिली की तरफ से कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट भी सामने नहीं आया है।