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शोभायात्रा के साथ 10 जून को तालाबों में होगी काष्ठस्तंभ की स्थापना

धमधा,  धमधा के पुर्नजीर्वित किये गए छह तालाबों में काष्ठस्तंभ की स्थापना 10 जून को शोभायात्रा के साथ की जाएगी। इसमें भजन और बाजेगाजे के साथ शोभायात्रा निकाली जाएगी और छह समाज प्रमुख यजमान बनकर महामाया मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे।
1. धमधा छै आगर छै कोरी तरिया (126 तालाब) के नाम से प्रसिद्ध है, वहां तालाबों के संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास किये जा रहे हैं। जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, नगर पंचायत एवं धर्मधाम गौरवगाथा समिति के सामूहिक प्रयास से 30-40 साल से विलुप्त हो चुके छह तालाबों को पहले चिन्हांकित कर कब्जामुक्त किया गया। फिर उसकी खुदाई करके तालाब का स्वरूप दिया गया। भविष्य में ये तालाब बनें रहें, इन्हें फिर से कोई न पाटे, इसके लिए तालाब के बीचोंबीच काष्ठस्तंभ की स्थापना की जा रही है। काष्ठस्तंभ स्थापना महोत्सव में पूजा-विधान महामाया मंदिर के पुजारी श्री उमाकांत शर्मा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ करेंगे। पूजा में हर समाज से एक व्यक्ति होगा। यजमान के रूप में नगर की ओर से श्री राजीव गुप्ता, यादव समाज से श्री इंद्रसेन यादव, साहू समाज से श्री अरूण साहू, सिन्हा कलार समाज से श्री जगमोहन सिन्हा, ढीमर समाज से श्री सुरेश धीवर, देवांगन समाज से श्री रामजी देवांगन व शंकरनगर मोहल्ला समिति से श्री केशव देवांगन यजमान होंगे।
प्राचीन काल में तालाब के बीच में सरई लकड़ी का स्तंभ स्थापित करने की परंपरा रही है। इस स्तंभ से जहां तालाब में पानी का स्तर पता चलता है, वहीं यह तालाब के सार्वजनिक होने का प्रतीक होता है। महोत्सव में 10 जून को दोपहर 2 बजे से शोभायात्रा निकाली जाएगी। भजन मंडली के साथ बाजेगाजे से काष्ठस्तंभ का नगर भ्रमण कराया जाएगा। शोभायात्रा पंडितवा तालाब से प्रारंभ होगी, जो बस स्टैंड, बजरंग चौक, ढीमर चौक, हटरी बाजार होते हुए महामाया मंदिर पहुंचेगी। इसके बाद सभी तालाबों में काष्ठस्तंभ ले जाकर श्रमदान से स्थापित किया जाएगा। इसमें एक स्मारिका का भी प्रकाशन किया जाएगा, जिसमें अर्थदान देने वालों की फोटो प्रकाशित की जाएगी। इस कार्य में धर्मधाम गौरवगाथा समिति, हिन्द एथलेटिक्स क्लब, नगर पंचायत धमधा के साथ ही विभिन्न समाज सहयोग कर रहे हैं।

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