20 माह के बालक को जिंदगी के लिए चाहिए 16 करोड़ रुपये का इंजेक्शन, मुख्यमंत्री से मांगी गई मदद

उज्जैन : उज्जैन में 20 माह का अथर्व दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है। इसका इलाज सिर्फ 16 करोड रुपये का एक इंजेक्शन है। तिरुपति धाम निवासी अथर्व के पिता पवन पंवार ने बताया कि बेटा वर्तमान में स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी बीमारी से पीड़ित है। यह जानलेवा दुर्लभ बीमारी है। मेरा पुत्र दुर्भाग्य से इस गंभीर बीमारी से ग्रसित है। मैं एवं मेरा परिवार इस बीमारी का इलाज कराने में असमर्थ है, क्योकि इलाज एकमात्र इंजेक्शन है, जिसका नाम जोलजेन्स्मा इंजेक्शन है और 16 करोड़ रुपये का है। अथर्व के पिता का कहना है कि बेटा जन्म के बाद बड़ा तो हुआ मगर वह अभी बैठ नहीं पाता डाक्टरों का कहना है कि उसके मसल सिकुड़ते जा रहे हैं।
पिता की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं कि वह बच्चे के लिए यह इंजेक्शन ला सके, इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आर्थिक मदद की मांग की है। मदद के लिए पत्र उनके बिहाफ पर भाजपा के नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने मंगलवार को उज्जैन आए मुख्यमंत्री को सौंपा। ये इंजेक्शन नोवार्टीस नामक कंपनी अमेरिका द्वारा बनाया जाता है। इतना महंगा इंजेक्शन मुझ जैसे मध्यमवर्गीय व्यक्ति के खरीदने की बस की बात नहीं है। यह 24 माह की आयु के पहले लगवाना आवश्यक होता है। बेटे की जान बचाने के लिए इसका समय पर लगना बहुत आवश्यक है। भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने पत्र को संज्ञान में लिया है और मदद का आश्वासन दिया है।