शहीद भगत सिंह के नाम से जाना जाएगा चंडीगढ़ एयरपोर्ट, ‘मन की बात’ में PM मोदी का ऐलान
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आज ‘मन की बात’ में देशवासियों को संबोधित किया। यह उनके मासिक रेडियो प्रोग्राम का 93वां एपिसोड रहा। 28 सितंबर को भगत सिंह की जयंती के मौके पर चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम बदला जाएगा। पीएम मोदी ने रविवार को यह ऐलान किया। उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय को भी जन्मदिन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। ‘मन की बात’ का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन के अलावा यूट्यूब व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हुआ। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केरल के एर्नाकुलम में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ सुनी। पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम से जुड़ी लेटेस्ट अपडेट्स के लिए बने रहें एनबीटी ऑनलाइन के साथ।
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं सिर्फ दो शब्द कहूंगा लेकिन मुझे पता है, आपका जोश चार गुना ज्यादा बढ़ जाएगा। ये दो शब्द हैं – सर्जिकल स्ट्राइक। हमारे देश में अमृत महोत्सव का जो अभियान चल रहा है उन्हें हम पूरे मनोयोग से सेलिब्रेट करें, अपनी खुशियों को सबके साथ साझा करें।’
भगत सिंह जी की जयंती के ठीक पहले उन्हें श्रद्धांजलि स्वरुप एक महत्वपूर्ण निर्णय किया है। यह तय किया है कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम अब शहीद भगत सिंह जी के नाम पर रखा जाएगा।
पीएम मोदी
पीएम मोदी ने बताया, ‘MyGov के प्लेटफॉर्म पर, एक कॉम्प्टीशन आयोजित किया जाएगा, जिसमें लोगों से मैं कुछ चीजें शेयर करने का आग्रह करता हूं। चीतों को लेकर जो हम अभियान चला रहे हैं, आखिर, उस अभियान का नाम क्या होना चाहिए? क्या हम इन सभी चीतों के नामकरण के बारे में भी सोच सकते हैं, कि, इनमें से हर एक को, किस, नाम से बुलाया जाए? वैसे ये नामकरण अगर ट्रेडिशनल हो तो काफी अच्छा रहेगा, क्योंकि, अपने समाज और संस्कृति, परंपरा और विरासत से जुड़ी हुई कोई भी चीज, हमें, सहज ही, अपनी ओर आकर्षित करती है।’
‘मन की बात’ का 93वां एपिसोड शुरू
भारत में पिछले दिनों चीते लाए गए। पीएम मोदी आज के ‘मन की बात’ में बता रहे हैं कि इन चीतों की देख-रेख के लिए चीता टास्क फोर्स बनाई गई है। यह कुछ दिन तक उनकी मॉनिटरिंग करेगी। चीते एक बार भारत के माहौल में ढल जाएं फिर उन्हें आम जनता के सामने लाया जाएगा।
पिछले महीने पीएम मोदी ने क्या कहा था?
मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 92वीं कड़ी में पीएम मोदी ने देशवासियों से अपने विचार साझा किए थे। प्रधानमंत्री ने जल को मानवता का ‘परम मित्र’ और जीवनदायिनी बताया था। अमृत सरोवर सहित जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे विभिन्न प्रयासों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा था कि इस अभियान के तहत कई जगहों पर पुराने जलाशयों का कायाकल्प भी किया जा रहा है। साथ ही देशवासियों से आग्रह किया कि वे आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले गुमनाम नायक-नायिकाओं की कहानी बच्चों को जरूर दिखाएं।