Trending Nowदेश दुनिया

स्कूलों में केमिस्ट्री को समर्थन देने के लिए एक साथ काम करेंगी आरएससी तथा सीएसआईआर

नई दिल्ली। रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री और उद्योग तथा वैज्ञानिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) स्कूलों तथा विश्वविद्यालयों में केमिकल साइंस को बढ़ावा देने के लिए  आउटरीच कार्यक्रम में एक-दूसरे का सहयोग करेंगी। सीएसआईआर की 30 से अधिक प्रयोगशालाओं में आयोजित आरएससी के ग्लोबल क्वाइन एक्सपेरिमेंट में पूरे देश के लगभग 2000 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

दोनों संगठनों ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन में दोनों संगठनों ने स्कूली बच्चों और शोधकर्ताओं के बीच पहुंचने के कार्यक्रम-जिज्ञासा कार्यक्रम- में एक दूसरे को सहयोग देने की वचनबद्धता व्यक्त की है। यह समझौता ज्ञापन गैर-वित्तीय होगा और नवीनीकरण के विकल्प के साथ तीन वर्ष की अवधि का होगा।सीएसआईआर विज्ञान और टेक्नोलॉजी के विभिन्न क्षेत्रों- ओसनेग्राफी तथा माइनिंग से लेकर केमिकल्स और नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के प्रति समर्पित है। संगठन के पास प्रयोगशालाओं का नेटवर्क तथा आउटरीच केंद्र हैं। जिज्ञासा कार्यक्रम वर्तमान शैक्षिक कार्यक्रमों का पूरक होगा। उदाहरण के लिए आरएससी-जिज्ञासा साझेदारी आरएससी के वर्तमान शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा केमेस्ट्री  कैम्पों को बढ़ाने में सहायता देगी।जिज्ञासा कार्यक्रम के लिए लॉन्च कार्यक्रम के हिस्से के रूप में दोनों संगठन सीएसआईआर की सभी प्रयोगशालाओं सहित ग्लोबल एक्सपेरिमेंट आयोजित कर रहे हैं। कम से कम 2000 स्कूली बच्चों, 150 शिक्षकों और 350 स्वयंसेवकों ने सीएसआईआर की 30 से अधिक प्रोगशालाओं में आयोजित आरएससी ग्लोबल क्वाइन एक्सपेरिमेंट में भाग लिया। इसमें प्रतिभागियों से विभिन्न प्रकार के क्वाइन से बनी बैटरियों की तुलना करने के लिए कहा जाता है। प्रतिभागी तभी अपने डेटा की तुलना विश्व के प्रतिभागियों से करने में सक्षम होंगे।22 सितंबर को आयोजित एक समारोह में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन पर सीएसआईआर की ओर से डॉ. गीता वाणी रायासम तथा आरएससी की ओर से चीफ ऑपरेटिंग ऑपरेटर पॉल लुईस ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर सीएसआईआर की महानिदेशक डॉ. एन. कलाईसेल्वी तथा नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी (सीएसआईआर-एनपीएल) के निदेशक डॉ. वेणुगोपाल अचंता उपस्थित थे।

Share This: