
जिस समय राष्ट्रपति मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे, सुरक्षा के मद्देनजर भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा
उज्जैन। देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द रविवार सुबह हेलीकाप्टर से उज्जैन पहुंंंचे। वे कालिदास अकादमी के पंडित सूर्यनारायण व्यास संकुल में होने वाले अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन में शामिल होने के बाद श्री महाकालेश्वर मंदिर में पूजन-अर्चना करने जाएंगे। तत्पश्चात सर्किट हाउस पहुंचकर भोजन करेंगे। शाम पांच बजे इंदौर रवाना होंगे। राष्ट्रपति की सुरक्षा और स्वागत की शासन-प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है। कुछ तैयारियां साफ तौर पर दिखाई दे रही हैं और कुछ को सुरक्षा के लिहाज से गोपनीय रखा गया है। हेलीपेड से लेकर मार्ग, संकुल, सर्किट हाउस और मंदिर को सजाया गया है। जगह-जगह पुलिस जवानों की तैनाती की गई है।
महाकाल मंदिर में भी तैयारियां–
राष्ट्रपति कोविन्द दोपहर में ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर जाएंगे। प्रशासन के अनुसार राष्ट्रपति दोपहर 11 बजकर 50 मिनट पर मंदिर पहुंचेंगे। इसके बाद मंदिर के गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना करेंगे। महामहिम मंदिर परिसर स्थित महानिर्वाणी अखाड़े भी जाएंगे। महाकाल मंदिर में राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सुविधा व सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई है।
मंदिर परिसर में ग्रीन रूम तथा अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा से लैस आइसीयू का निर्माण किया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा के भी अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। राष्ट्रपति रेड कारपेट पर चलकर मंदिर में प्रवेश करेंगे। नंदी मंडपम में उनके बैठने के लिए विशेष इंतजाम रहेंगे। गर्भगृह, नंदी मंडपममें आकर्षक पुष्प सज्जा की गई है। बताया जाता है शासकीय पुजारी व उनके सहयोगी राष्ट्रपति को विधि-विधान से भगवान महाकाल की पूजा कराएंगे। इस दौरान परंपरा अनुसार पाट पर तीन पुजारी बैठेंगे। जिस समय राष्ट्रपति मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे, सुरक्षा के मद्देनजर भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।