BARSE DEVA SURRENDER : Preparations underway for surrender of Barse Deva, a Naxalite with a bounty of Rs 50 lakh.
बस्तर/सुकमा। छत्तीसगढ़ में नक्सल मोर्चे पर बड़ा विकास सामने आ रहा है। 50 लाख के इनामी और PLGA “बटालियन-1” के कमांडर बारसे देवा के आत्मसमर्पण की खबरें तेज हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, देवा ने बस्तर आईजी को फोन कर सरेंडर की इच्छा जताई है और इसकी आधिकारिक पुष्टि जल्द हो सकती है।
खूंखार नक्सली और टॉप लीडर माड़वी हिड़मा के एनकाउंटर के बाद बारसे देवा को मिलिट्री कमीशन का हेड बनाया गया था। इसके बाद से ही वह दबाव में था। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, हिड़मा की मौत के बाद नक्सली संगठन के भीतर भय का माहौल है और कई नक्सली पुनर्वास नीति के तहत हिंसा छोड़ने की सोच रहे हैं।
कौन है बारसे देवा?
बारसे देवा प्रतिबंधित नक्सली संगठन CPI (Maoist) की PLGA “बटालियन-1” का कमांडर है। वह हिड़मा का सबसे भरोसेमंद सहयोगी माना जाता था। पिछले एक वर्ष में नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण की घटनाओं में तेजी आई है जुलाई 2025 में 66 नक्सलियों ने सरेंडर किया था, और अक्टूबर 2025 में 210 से अधिक नक्सलियों ने हथियार डाल दिए थे। इससे बस्तर के कई इलाके नक्सल-मुक्त होने की दिशा में बढ़ रहे हैं।
किस राज्य में करे आत्मसमर्पण
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, देवा सरेंडर को लेकर कन्फ्यूज्ड है कि उसे किस राज्य में आत्मसमर्पण करना चाहिए, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना या महाराष्ट्र। विभिन्न राज्यों की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां उसे अपने यहां सरेंडर कराने की कोशिश में लगी हैं, ताकि अधिकतम जानकारी और रणनीतिक फायदा मिल सके।
पत्रकार, जनप्रतिनिधि और कई चैनल भी अपने स्तर पर बातचीत में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को आत्मसमर्पण लगभग तय था, लेकिन अंतिम समय पर यह टल गया। अब उम्मीद जताई जा रही है कि अगले एक-दो दिनों में बारसे देवा औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण कर सकता है।
सुरक्षा बलों का कहना है कि जब भी सरेंडर होगा, यह नक्सलियों के लिए एक बड़ा झटका और बस्तर में शांति प्रक्रिया के लिए अहम कदम होगा।
