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2014 से अब तक 50 विधानसभा चुनाव हुए, सिर्फ 11 में जीत पाई कांग्रेस

उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड समेत 5 राज्यों के नतीजे आ चुके हैं. इन पांच राज्यों की 680 सीटों में से कांग्रेस महज 56 पर जीत सकी. पंजाब में तो उसने अपनी सरकार भी गंवा दी. इसी के साथ अब कांग्रेस देश के महज 5 राज्यों तक सिमट कर रह गई है. इनमें भी छत्तीसगढ़, राजस्थान में ही उसकी पूर्ण बहुमत की सरकार और कांग्रेसी मुख्यमंत्री हैं, झारखंड और महाराष्ट्र में वो छोटे सहयोगी दल की भूमिका में है.

कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव के हालिया नतीजे इसलिए भी चिंताजनक हैं, क्योंकि इन राज्यों की 690 सीटों में से कांग्रेस ने 680 पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन पार्टी के 82% प्रत्याशी चुनाव हार गए.

वैसे 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस का ग्राफ गिर रहा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महज 44 सीटें जीत पाई थी. उसके बाद से अब तक 9 साल में 50 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. इनमें 11 राज्यों में कांग्रेस जीती भी, लेकिन कई राज्यों में बगावत के चलते पार्टी को सत्ता गंवानी भी पड़ी.

मध्य प्रदेश इसका बहुत बड़ा उदाहरण है. 2018 में कांग्रेस ने सरकार बनाई लेकिन डेढ़ साल में ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी में आ गए और कमलनाथ सरकार गिर गई. ऐसा ही कर्नाटक में भी हुआ और अरुणाचल में भी.

2014: 8 चुनाव, एक जीता लेकिन गंवा दी सत्ता
2014 में 8 राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए. इनमें आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा और सिक्किम शामिल हैं. इन 8 राज्यों में से अरुणाचल में कांग्रेस सरकार बना सकी. यहां की 60 में से 42 सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज की. लेकिन जुलाई 2016 में मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत 33 विधायक पाला बदलकर बीजेपी में आ गए और राज्य की सत्ता बीजेपी के पास चली गई.
2015: 2 चुनाव, एक में सत्ता आई, लेकिन गंवा दी 2015 में बिहार और दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुए. दिल्ली में तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया. 70 विधानसभा सीटों में से एक पर भी कांग्रेस नहीं जीत सकी. उसी साल बिहार में भी चुनाव हुए. कांग्रेस ने आरजेडी और जेडीयू के साथ गठबंधन कर 41 सीटों पर चुनाव लड़ा. 27 सीटें जीती भी. महागठबंधन की सरकार बनी. लेकिन जुलाई 2017 में नीतीश कुमार की जेडीयू ने गठबंधन तोड़ दिया और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली.

2016: 5 चुनाव हुए, एक में मिली जीत और सत्ता
2016 में असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में चुनाव हुए. असम और केरल में कांग्रेस की सरकार थी. चुनाव हुए तो कांग्रेस के हाथ से असम और केरल निकल गया. पुडुचेरी में कांग्रेस की जीत हुई और सरकार बनी.

2017 : 7 चुनाव, पंजाब में मिली जीत
2017 में 7 राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए. इनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, गोवा, गुजरात और हिमाचल प्रदेश शामिल है. कांग्रेस ने हिमाचल और मणिपुर में सत्ता गंवा दी. गोवा में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार नहीं बना सकी. सिर्फ पंजाब में कांग्रेस जीत सकी. उस चुनाव में कांग्रेस ने पंजाब की 117 में से 77 सीटों पर कब्जा किया.

2018 : 9 चुनाव, 4 में सरकार बनाई, पर 2 में गंवा भी दी
2018 में मार्च में त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम और मेघालय में चुनाव हुए. कांग्रेस एक भी राज्य में नहीं जीत सकी. मई में कर्नाटक में चुनाव हुए, जहां जनता दल (सेक्युलर) के साथ मिलकर सरकार बनाई. लेकिन बगावत के कारण सालभर में ही सरकार गिर गई और बीजेपी सत्ता में आ गई. दिसंबर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव हुए. तेलंगाना छोड़कर तीनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी. लेकिन मध्य प्रदेश में 13 महीने में ही बगावत के कारण कांग्रेस की सरकार गिर गई.

2019 : 7 चुनाव, 2 में सरकार में सहयोगी इसी साल लोकसभा चुनाव भी हुए, जिसमें कांग्रेस 52 सीटें ही जीत सकी. लोकसभा के अलावा 7 राज्यों- आंध्र प्रदेश, अरुणाचल, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव हुए. 7 में से 5 में कांग्रेस नहीं जीत सकी. झारखंड और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने सरकार को समर्थन दिया. झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के साथ तो महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार में है.

2020 : 2 में चुनाव, दोनों में ही हारी
इस साल दिल्ली और बिहार में चुनाव हुए. लगातार दूसरी बार दिल्ली में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी. 70 में से 63 सीटों पर उसकी जमानत जब्त हो गई. बिहार में कांग्रेस ने आरजेडी के साथ गठबंधन किया, लेकिन ये गठबंधन हार गया.

2021 : 5 में चुनाव, 1 जीती, 4 में हारी
पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव हुए. 4 राज्यों में कांग्रेस हार गई. बंगाल में तो पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली. पुडुचेरी में जहां कांग्रेस सत्ता में थी, वहां से भी हार गई. तमिलनाडु में कांग्रेस ने द्रमुक समेत कई पार्टियों के साथ मिलकर में चुनाव लड़ा और 25 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे, जिसमें से 18 जीतकर आए. तमिलनाडु में कांग्रेस सरकार में सहयोगी है.

2022 : 5 में चुनाव, सब में हारी
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव हुए. 1985 के बाद पहली बार था जब कांग्रेस यूपी की सभी सीटों पर उतरी, लेकिन मात्र 2 सीटें ही जीत सकी. बाकी सभी राज्यों में भी कांग्रेस की हालत खराब ही रही. पंजाब में कांग्रेस अपनी सत्ता नहीं बचा सकी और 18 सीटों पर आकर सिमट गई.

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