पत्रकार के घर एक साथ उठी 3 अर्थियां, अंतिम संस्कार में कलेक्टर और एसपी भी हुए शामिल
अंबिकापुर। सूरजपुर के प्रतिष्ठित दुबे परिवार की अग्रज मानमती दुबे(70), बहू देवरूपी दुबे (50) और पोता नवीन दुबे(24) की आज सुबह एक साथ अर्थी निकली तो सूरजपुर रो पड़ा। कलेक्टर डा. गौरव कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों ने पार्थिव देह को कांधा दिया। रेड़ नदी तट पर तीनों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि मृतक नवीन दुबे के छोटे भाई कुणाल दुबे ने दी। हंसते-खेलते परिवार पर हुए वज्रपात को देख अंतिम यात्रा में शामिल सभी की आंखें नम हो गईं।
बता दें कि सूरजपुर जिले के वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र दुबे (55) शनिवार की भोर को मां मानमती दुबे, पत्नी देवरूपी दुबे और बड़े पुत्र नवीन दुबे के साथ कार से उत्तर प्रदेश के बभनी थाना क्षेत्र के ग्राम राजासरई गांव के लिए निकले थे।यहां रहने वाले उनके रिश्तेदार शंकर प्रसाद दुबे के घर शनिवार को होली की पारंपरिक पूजा होनी थी। कार बभनी थाना क्षेत्र के परसा टोला गांव के पास पहुंची थी कि अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे एक पेड़ से टकरा गई थी। इसमें कार सवार मानमती दुबे (70) पत्नी केशव प्रसाद दुबे, देव रूपी दुबे (50) पत्नी उपेंद्र दुबे व नवीन दुबे (24) पुत्र उपेंद्र दुबे की मौके पर ही मौत हो गई थी। Also Read – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी के बलिदान दिवस पर किया नमन उपेंद्र दुबे (55) गंभीर रूप से घायल हो गए थे। शनिवार को ही घायल उपेंद्र दुबे को अंबिकापुर के लाइफलाइन अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था।
घटना की जानकारी मिलते ही घायल उपेंद्र दुबे के भाई राजेश दुबे और मृत नवीन दुबे की पत्नी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गई थीं। बता दें कि मृतक नवीन दुबे सूरजपुर जनसंपर्क विभाग में कार्यरत थे। दो साल पहले ही उनका विवाह हुआ था। उनकी छह माह की एक अबोध बच्ची भी है। उनकी पत्नी सहित परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है।